ड्रग्स केस में फंसे आर्यन खान को नही मिला असदुद्दीन ओवैसी का साथ, मुस्लिम कार्ड खेलने वालो को लगा बड़ा झटका

बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान पर ड्रग्स मामले में NCB की कार्रवाई हुई। लेकिन जो आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से जो मजहबी स्क्रिप्ट तैयार कर बवाल मचाया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि आजादी के बाद से NCB की ये पहली कार्रवाई है। देश में ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है जैसे आर्यन खान को "ख़ान" सरनेम की वजह से फंसाया गया हो। बॉलिवुड़ का एक बड़ा तबका रितिक रोशन से लेकर सुनील शेट्टी, रवीना टण्डन यहां तक की महबूबा मुफ्ती से लेकर लिबरल गिरोह आर्यन खान की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़ रहे है। इनके बयानो से ऐसा लग रहा है कि कि या तो आर्यन को मुस्लिम विक्टिम कार्ड खेलकर बचा लो या नशाखोरी का समर्थन करके आर्यन खान को बचा लिया जाए।
लेकिन सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे के सर्मथन में उतरे उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री नेता से लेकर महबूबा मुफ्ती तक को एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आईन दिखाते हुए आर्यन खान के जेल जाने पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी। दरअसल असदुद्दीन ओवैसी हाल ही में उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पहुंचे। इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने आर्यन खान और शाह रुख खान का नाम लिए बिना कहा है कि वह उन 'बेजुबान मुसलमान' का लिए आवाज बुलंद करेंगे जो जेल में बंद है बजाय उनके जिनके पिता पावरफुल हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'आप एक सुपरस्टार के बेटे की बात कर रहे हैं। यूपी की जेलों में बंद कम से कम 27 प्रतिशत विचाराधीन कैदी मुसलमान हैं। उनके लिए कौन बोलेगा? मैं उनके लिए लडूंगा जो बेजुबान और कमजोर हैं, उनके लिए नहीं जिनके पिता पावरफुल हैं।'
दरअसल इससे पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी आर्यन की तारीफ में कसीदे पढते हुए बीजेपी के खिलाफ जहर उगला था। मुफ्ती ने दावा किया था कि एनसीबी आर्यन के पीछे इसलिए है क्योंकि उसका सरनेम 'खान' है। बता दे कि यह वही महबूबा मुफ्ती है जो कहती हैं कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। लेकिन इन्ही महबूबा मुफ्ती को इन नशेड़ियों का धर्म दिख जाता है। बता दें कि महबूबा मुफ्ती अकेली नही है बल्कि देश की सारी विभाजनकारी ताकते अब इसी बात को साबित करने की कोशिश में लगी है।आर्यन खान को खान सरनेम की वजह से उन्हे परेशान किया जा रहा है।
Instead of making an example out of a Union Minister's son accused of killing four farmers, central agencies are after a 23 year old simply because his surname happens to be Khan.Travesty of justice that muslims are targeted to satiate the sadistic wishes of BJPs core vote bank.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 11, 2021
लिबरल पत्रकारो का गिरोह भी यह दावा कर रहा है कि ये सब इसलिए हुआ क्योंकि शाहरुख एक मुस्लिम एक्टर हैं। द वायर की वरिष्ठ पत्रकार आरफा खानुम शेरवानी ने भी इस बारे में ट्वीट किया और बताया कि पूरा केस इसलिए नहीं चलाया जा रहा क्योंकि आर्यन ने ड्रग्स लिए बल्कि इसलिए चल रहा है ताकि शाहरुख खान को टारगेट किया जा सके।
AryanKhan case has nothing to do with him consuming drugs but a clear targeting of Shahrukh
— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) October 10, 2021
Aryan's basic right of securing bail is being denied in a free country.
SRK is undoubtedly the biggest Muslim superstar of our times
'Process as punishment' is a msg to him to fall in line
अफसोस की बात यह कि आर्यन खान ने ड्रग का सेवन किया वो ड्रग पार्टी में पकड़े गए। इस पर कोई टिप्पणी नही कर रहा। इस बात को लेकर कोई अफसोस जाहिर नही कर रहा कि बॉलिवुड़ नशेडियो का अड्डा बन रहा है। जिस पर लोग लगानी बहुत जरुरी है। बजाए इसके इन विभाजनकारी ताकतो की ओर से सोशल मीडिया के जरिये एक नरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है कि अगर आर्यन खान अगर शाहरुख के बेटे ना होते...खान ना होते, तो NCB की पकड़ में भी ना होते। लेकिन महाराष्ट्र में नारकॉटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जो कार्रवाई कर रही है। उसका असर कितना हो रहा है यह जाहिरतौर पर इन एजेंडाधारियो के बयानो में सामने आ रहा है।