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'द कश्मीर फाइल्स' जीरो कट्स के साथ UAE में होगी रिलीज,विवेक अग्निहोत्री ने बताया 'बड़ी जीत'

द कश्मीर फाइल्स जीरो कट्स के साथ UAE में होगी रिलीज,विवेक अग्निहोत्री ने बताया बड़ी जीत
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1990 में कश्मीरी हिंदुओ के नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स का जलवा सिर्फ देश में ही नहीं विदेशो में भी बरकरार है। कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित इस फिल्म ने देश के लोगों को भीतर तक झकझोर कर रख दिया है। अब विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भी एक बड़ी जीत हासिल की है।अब तमाम अड़चनों के बाद फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में रिलीज होने के लिए तैयार है।

हाल ही में फिल्म के डॉयरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्विटर पर खुलासा किया कि फिल्म को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में सेंसर की मंजूरी मिली थी और इसे शून्य कट के साथ 15+ की रेटिंग के साथ पारित किया गया है। विशेष रूप से फिल्म को पहले अज्ञात कारणों से संयुक्त अरब अमीरात में प्रतिबंधित कर दिया गया था। यह फिल्म अब 7 अप्रैल को बड़े पर्दे पर दस्तक देगी।

विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट किया "बड़ी जीत: अंत में, संयुक्त अरब अमीरात से सेंसर मंजूरी मिल गई। रेटेड 15+ बिना किसी कटौती के उत्तीर्ण हुए। 7 अप्रैल (गुरुवार) को रिलीज हो रही है।"

इस पोस्ट के बाद दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने भी 'हर हर महादेव' ट्वीट कर इस खबर का जश्न मनाया। टीम अब फिल्म को सिंगापुर में भी रिलीज करने पर काम कर रही है।

फिल्म कश्मीर फाइल्स की कमाई अगर बात की जाए तो बॉलिवुड़ स्टार अक्षय कुमार की फिल्म बच्चन पांडे और एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के सामने होते हुए भी कश्मीर फाइल्स ने बॉक्स ऑफिस पर लगातार कमाई के रिकॉर्ड बनाए हैं। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्म की कमाई का आंकडा शेयर किया है।

इस फिल्म को लेकर जहां एक तरफ दिल्ली के सीएम केजरीवाल से लेकर कांग्रेस तक राजनीति कर रही है तो वहीं अब उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने भी 'द कश्मीर फाइल्स' की सराहना की है, और इस फिल्म को लेकर अपना नजरिया रखा है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देश के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि "जनता इसे सकारात्मक रूप से देख रही है। यह डॉक्युमेंटेशन की तस्वीर है, कश्मीर फाइल्स के प्रति लोगों के बीच उत्साह देखने को मिला है और राजनीति के साथ कुछ भी नहीं है। दुर्भाग्य से हमारे देश में एक टैंडनशीट है, जो सब कुछ विवादास्पद बना देती है और राजनीतिक रंग देने की भी कोशिश करते हैं, लेकिन यह फिल्म तथ्यात्मक, वास्तविक और शाब्दिक है, लोगों के सामने मौजूद चीज। यहां कोई राजनीति क्यों करना चाहिए, कोई राजनीतिकरण क्यों हो?

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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