कैप्टन अमरिंदर के बगावती तेवर ने उडाई कांग्रेस की नींद,पंजाब में गिरेगी कांग्रेस सरकार ?

पंजाब की सियासत में हर रोज नए मोड़ आ रहे है। कांग्रेस पार्टी देश में बीजेपी का मुकाबला करने के बजाए खुद से ही लड़ रही है। पंजाब मे कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धु का वॉर ने कांग्रेस को पंजाब में बड़ा नुकसान पहुंचा दिया है। सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा को आईना दिखाया। तो वही चुनौती दे दी कि अगर नवजोत सिंह सिद्धु को चेहरा बनेगे तो उनका मुकाबला करने के लिए कैप्टन हर एक कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। जिसको लेकर तमाम अटकलो का दौर शरु हो गया कि क्या कैप्टन बीजेपी में शामिल हो रहे है? लेकिन शाम होते होते कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह अब कॉन्ग्रेस के साथ नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि वो पहले कह चुके हैं कि कॉन्ग्रेस छोड़ देंगे। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू पंजाब के लिए सही नहीं हैं। अमरिंदर सिंह ने साफ किया कि सिद्धू कहीं से भी चुनाव लड़ें लेकिन वो उन्हें जीतने नहीं देंगे। अमरिंदर सिंह ने पार्टी में कलह का सारा ठीकरा सिद्धू पर फोड़ा है।
I am not remaining in Congress, I am not joining the BJP: Former Punjab CM Amarinder Singh pic.twitter.com/AYegq35u7w
— ANI (@ANI) September 30, 2021
वहीं कैप्टन के कॉन्ग्रेस छोड़ने के ऐलान ने पंजाब के नेताओं की नींद उड़ा दी है। कई वरिष्ठ नेताओं को चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के लिए भी खतरे का अंदेशा नजर आ रहा है। इन नेताओं का मानना है कि कहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ दो दर्जन विधायक न चले जाएँ। यदि ऐसी नौबत आती है तो पंजाब में सरकार के गिरने और राष्ट्रपति शासन लगने का खतरा पैदा हो सकता है। हालाकि इन तमाम कयासो के बीच पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से फ्लोर टेस्ट को लेकर भी सवाल किया गया जिस पर जवाब देते हुए उन्होने कहा कि फ्लोर टेस्ट विधानसभा अध्यक्ष को देखना है, अगर ऐसे हालात बन जाते हैं कि कोई पार्टी बहुमत खो देती है तो अध्यक्ष फैसला करता है। ये मेरा काम नहीं है।
If the party loses the majority, then the Assembly Speaker has to take the decision: Former Punjab CM Amarinder Singh on the question of floor test in Punjab Assembly pic.twitter.com/OCLvF8KPxO
— ANI (@ANI) September 30, 2021
उन्होंने कहा कि चन्नी का काम सरकार चलाना है। सिद्धू का काम पार्टी चलाना है। चन्नी के काम में सिद्धू की दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। कॉन्ग्रेस की मौजूदा स्थिति पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू जैसा हाल कॉन्ग्रेस में कभी नहीं हुआ है। अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि वो बीजेपी में नहीं जाएँगे।
वहीं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर उनके साथ चर्चा हुई इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से उन्होने सुरक्षा को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से ड्रोन का आना सुरक्षा के लिए खतरा है।
लेकिन ऐसा लगता है कि कैप्टन अमरिंदर के बगावती तेवर ने पंजाब कांग्रेस के लिए मुश्किले बढ़ा दी है और यही वजह है कि पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का बयान आया है। हरीश रावत ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को किसान विरोधी बीजेपी का मददगार नहीं बनना चाहिए। रावत ने आगे कहा कि यह वक्त सोनिया गांधी के साथ खड़े होने का है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कांग्रेस ने अमरिंदर सिंह को दो बार सीएम बनाया, उनका बहुत सम्मान किया। रावत ने आगे कहा कि दो बार कॉल कर अमरिंदर को मनाने की कोशिश भी की गई थी। लेकिन कैप्टन अमरिंदर लगातार इसके उलट बोलते नजर आए उन्होने कहा कि पार्टी में लगातार उनका अपमान हो रहा था इसलिए उन्होने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
मैं फिर से कहना चाहता हूं कि अभी तक कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जो बातें कहीं हैं उनपर फिर से विचार करें और भाजपा जैसी किसान विरोधी, पंजाब विरोधी पार्टी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से मदद न पहुंचाएं: पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत, देहरादून में https://t.co/J7arRWqTfM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 1, 2021