ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में बयान दर्ज करने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर पहुँची मुंबई पुलिस
ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में बयान दर्ज करने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर पहुँची मुंबई पुलिस
ट्रांसफर -पोस्टिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री के घर पहुंची मुंबई पुलिस की एक टीम और इस बात की जानकारी खुद देवेंद्र फडणवीस ने टवीट कर लोगों को साझा की थी , देवेंद्र फणडवीस ने लिखा था की ज्वाइंट सीपी क्राइम ने मुझसे कहा कि मुझे कल बीकेसी थाने जाने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय, वे केवल आवश्यक जानकारी लेने आएंगे और इसी वजह से मैंने कल अपने पुणे के सभी प्रोग्राम रद्द कर दिए है और मैं उनका इंतज़ार अपने आवास पर करूँगा वही बता दे की इससे पहले भी देवेंद्र फडणवीस ने इससे जुड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया था की मुझे मुंबई पुलिस की तरफ से सीआरपीसी की धारा 160 के तहत एक नोटिस मिला है, जिसमें मुझे कल सुबह 11 बजे बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में उनके सामने पेश होने के लिए कहा गया है। मैं वहां जाकर अपना बयान दर्ज कराऊंगा ,मुझे इस बात का आश्चर्य है कि जो घोटालेबाज़ है और जिनकी CBI जांच कर रही है अगर उनको सरकार सही समय पर पकड़ती और मामले को 6 महीने दबाकर नहीं रखती तो शायद मुझे खुलासा करने की आवश्यकता नहीं होती।
मुझे मुंबई पुलिस की तरफ से सीआरपीसी की धारा 160 के तहत एक नोटिस मिला है, जिसमें मुझे कल सुबह 11 बजे बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में उनके सामने पेश होने के लिए कहा गया है। मैं वहां जाकर अपना बयान दर्ज कराऊंगा: देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी, मुंबई #PhoneTappingCase pic.twitter.com/OXg88oBds1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2022
सरकार उनको बचाना चाहती है। बता दे की देवेंद्र फणडवीस से पूछताछ मामले में संजय राउत ने भी टवीट कर तंज कसा और लिखा यह तो कमाल है!कुछ लोग और कुछ राजनीतिक दल खुद को कानून से ऊपर क्यों मानते हैं?महाराष्ट्र में कई मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों को राजनीतिक घोटाले के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया और वे पेश हुए। लोकतंत्र में किसी को विशेष अधिकार नहीं हैं। कानून के सामने सब बराबर हैं। तो यह तमाशा क्यों?
कमाल आहे!
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) March 13, 2022
काही लोक व काही राजकीय पक्ष स्वता:ला कायद्यापेक्षा मोठे का समजत आहेत?
महाराष्ट्रात अनेक मंत्री आणि लोकप्रतिनधींनीना राजकीय सुडा पोटी केंद्रीय तपास यंत्रणांनी चौकशीला बोलावले व ते हजर झाले.. लोकशाहीत विशेष अधिकार कोणालाच नसतो. कायद्यापुढे सगळे समान आहेत. मग हा तमाशा का?
Anjali Mishra
News Anchor & Reporter