चंडीगढ़ को लेकर बढ़ा विवाद, चंडीगढ़ मामले को लेकर सीएम खट्टर ने विधानसभा में पेश किया प्रस्ताव
चंडीगढ़ को लेकर बढ़ा विवाद, चंडीगढ़ मामले को लेकर सीएम खट्टर ने विधानसभा में पेश किया प्रस्ताव
चंडीगढ़ का मुद्दा काफी राजनीतिक मुदा बनता जा रहा है और इस मुद्दे को लेकर काफी खींच तान हो रही है। एक बार फिर चंडीगढ़ के मुद्दे पर राजनीती तेज़ हो गई है और अब एक बार फिर इस मुद्दे पर बोलते हुए हरयाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा की राज्य के लिए एक अलग HC के साथ-साथ चंडीगढ़ पर हरियाणा का अधिकार है। यह हमारी समझ से परे है कि उन्होंने (पंजाब की आप सरकार) चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद चंडीगढ़ का मुद्दा क्यों उठाया।
Shah Commission recommended that Chandigarh should go to Haryana...Due to disagreement on SC's 2002 order on Haryana getting water from SYL canal & it being of view that both states should mutually decide, we'll write to court again as Punjab remains inactive on it: Haryana CM pic.twitter.com/54SoR6CsaN
— ANI (@ANI) April 5, 2022
वे ही बता सकते हैं कि वे किस दबाव में इस मुद्दे को सामने ला रहे हैं शाह आयोग ने सिफारिश की कि चंडीगढ़ को हरियाणा जाना चाहिए.एसवाईएल नहर से हरियाणा को पानी मिलने पर सुप्रीम कोर्ट के 2002 के आदेश पर असहमति के कारण और यह देखते हुए कि दोनों राज्यों को परस्पर निर्णय लेना चाहिए, हम फिर से अदालत को पत्र लिखेंगे क्योंकि पंजाब निष्क्रिय है। साथ ही उन्होंने कहा की यह सदन पंजाब की विधानसभा में पारित प्रस्ताव पर गहन चिंता प्रकट करता है जिसमे यह सिफारिश की गई है की चंडीगढ़ को पंजाब को दे दिया जाए। खट्टर ने कहा की ऐसे में सदन केंद्र से अपील करता है की वो ऐसा कोई कदम ना उठाए ,जिससे मौजूदा संतुलन बिगड़ जाए और जब तक पंजाब के पुर्नगठन से उतपन्न सभी मुद्दों का समाधान ना हो जाए
Anjali Mishra
News Anchor & Reporter