राजस्थान के करौली हिंसा के विरोध में कोंग्रेस समर्थक 500 दलित व आदिवासी हुए भाजपा शामिल !
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करौली में हिंसा के विरोध में दलित और आदिवसी समाज के 500 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इन लोगों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई।
राजस्थान के कौरोली हिंसा को लेकर भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर है
भाजपा नेता सतीश पुनिया ने आरोप लगाया कि कि करौली में एक वर्ग विशेष को सरकार का आशीर्वाद मिला हुआ है। हालात यह है कि कोई जय श्रीराम के नारे बोलना चाहता है तो उसे सरकार की अनुमति की जरूरत है। सरकार बहुसंख्यकों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि करौली की घटना से दुखी होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है
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आज बाबासाहेब डॉ. भीम अम्बेडेडकर के रूप में परिवर्तित होने के बाद @BJP4 राजा की स्थापना के साथ मिलकर यह वैविध्य के रूप में विकसित होगा। #राष्ट्रनायक_अम्बेडकर pic.twitter.com/TEqAeXmIHP
- सतीश पूनिया (@DrSatishPoonia) 14 अप्रैल, 2022
भाजपा ने करौली दंगो को लेकर गहलोत सरकार पर साधा निशाना !
भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने कहा कि लालू के जंगलराज के बारे सुना था पर आज अशोक गहलोत का जंगलराज वास्तविक रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा, 'करौली में जो हिंसा हुई थी उनके पीड़ितों की हालत इतनी बुरी है कि 20-30 साल के नौजवानों का अभी उनके सामने पूरा जीवन हैं, वे अभी बेड पर है। यह तुष्टिकरण की राजनीति का प्रतिफल है।' उन्होंने बताया कि हर्षादिपति से बात करने पर पता चला कि उन्हें अत्यंत अमानवीय तरीके से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने पीटा और अभी तक उनकी सर्जरी नहीं हो पाई हैराजस्थान में लोगों के साथ हो रहा जानवरों जैसा व्यवहार
राजस्थान के कांग्रेस नेता ने कहा, तेजस्वी सूर्या पर होगी कार्यवाही
इस मौके पर राजस्थान के राज्यमंत्री डा. सुभाष गर्ग ने भरतपुर में कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या द्वारा सीएम अशोक गहलोत की तुलना औरंगजेब से करने और न्याय यात्रा के नाम पर गलत तरीके से जुलूस निकालने पर कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की औरंगजेब से तुलना करने वाली भाजपा के खुद के हाथ खून से रंगे हुए हैं। राज्य में भाजपा सरकार के कार्यकाल में गुर्जर समाज के 72 लोगों पर गोली चलाई गई थी
क्या है करौली हिंसा मामला
बता दें कि, करौली में हिंदू नववर्ष पर निकाली गई रैली पर पत्थरबाजी की गई थी. इसमें करीब 50 लोग घायल हो गए थे. उसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए. मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरने वाली बाइक रैली को विश्व हिंदू परिषद (विहिप), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बजरंग दल समेत दक्षिणपंथी संगठनों ने निकाला.हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगाया गया. एहतियात के तौर पर गुरुवार, 7 अप्रैल को यह कदम उठाया गया.
Shyren Messy
Editor & Reporter