बीजेपी नेता दिलीप घोष पर हमले के बाद EC पर बरसे सुवेंदु अधिकारी, रद्द होगा भबानीपुर उपचुनाव ?
इलेक्शन कमीशन ने दिलीप घोष पर हुए हमले का ममता सरकार से मांगा जवाब।

पश्चिम बंगाल उपचुनाव में ममता बनर्जी का हिंसक खेला शुरु हो चुका है हार के डर से बौखलाई टीएमसी और ममता बनर्जी अब बीजेपी नेताओ को निशाने बना रही है। भबानीपुर सीट पर ३० सितंबर को उपचुनाव होगे आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। लेकिन भबानीपुर में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई।
Election Commission seeks a report from the state government over Bhabanipore (in West Bengal) ruckus today. EC has asked to submit the report by 4 pm
— ANI (@ANI) September 27, 2021
लेकिन इसको लेकर अब चुनाव आय़ोग भी सवालो के घेरे में आ गया है नन्दीग्राम से बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि बंगाल में स्थिति बहुत गंभीर है और चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है। हमारी पार्टी की एक टीम ने उनसे दिल्ली में मुलाकात की और यहां (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।
यहां स्थिति बहुत नाज़ुक है। चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है। चुनाव आयोग को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए। यहां लोकतांत्रिक तरह से चुनाव होने का माहौल भी नहीं है: भाजपा और TMC कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प पर पश्चिम बंगाल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी, कोलकाता, पश्चिम बंगाल pic.twitter.com/M1zXym0lDL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2021
Situation is very critical & Election Commission is not doing anything. A team of our party met them in Delhi & here also (in Kolkata) our delegation had met them many times but EC hasn't taken any action till now: WB LoP Suvendu Adhikari on recent clash b/w BJP & TMC workers pic.twitter.com/5fH19H9cVf
— ANI (@ANI) September 27, 2021
आपको बता दे इससे पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी बंगाल की भवानी पुर सीट पर उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की कि सिर्फ भवानीपुर में ही उपचुनाव की अनुमति क्यों दी गई और आयोग ने ऐसा क्यों सोचा कि अगर वहां तुरंत उपचुनाव नहीं कराया गया तो इससे संवैधानिक संकट पैदा हो जाएगा। अदालत ने पूछा उपचुनाव पर कितना खर्च होता है? ये भी कहा कि जब कोई इस सीट पर जीत चुका था, फिर किसी और के लिए सीट खाली कर दी, तो फिर जनता के पैसों से क्यों ये चुनाव हो रहा है?
जिसके बाद चुनाव आयोग एक्शन में आया और भबानीपुर में बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर हुए हमले की राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। वही दिलीप घोष ने ट्वीट करते हुए ना सिर्फ ममता सरकार पर निशाना साधा बल्कि यह सवाल भी किया कि इस हमले से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंगाल में आम आदमी की जान कितनी सुरक्षित है?
1.1 How safe is the life of the common man in this state when public representative is being attacked in Bhabanipur, the home turf of Madam Chief Minister ? pic.twitter.com/bgU2DLqEiu
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 27, 2021
1.2 The planned attack at Jagubabur Bazaar , Bhawanipore today was a plot to kill me by TMC goons and thugs . This highlights the heinous, horrific nature of the ruling party.
— Dilip Ghosh (@DilipGhoshBJP) September 27, 2021
Can healthy elections be conducted after this incident ??