बॉर्डर पर BSF की ताकत बढ़ने से बौखलाई TMC, AAP और कांग्रेस , कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब नेताओ को दी नसीहत

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ा दिया है और अब बीएसएफ के अधिकारियों को गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती की शक्तियां दी गई हैं। लेकिन केन्द्रीय गृह मंत्रालय के इस नोटिफिकेशन के बाद से सियासी बवाल शुरु हो गया है। बॉर्डर के जरिये अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे विपक्षी दलो को सरकार का यह फैसला रास नही आ रहा है। टीएमसी TMC के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा से लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और डेप्युटी सीएम सुखविंदर सिंह रंधावा इसके अलावा पंजाब में चुनावी बिसात बिछाने मे जुटी आम आदमी पार्टी भी भड़की हुई है।
दरअसल गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार, इन तीन राज्यों असम बंगाल और पंजाब में BSF का क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर भीतर तक होगा। पहले यह दायरा 15 किलोमीटर था। BSF के अधिकारी पुलिस की तरह ही तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी कर सकते हैं। जाहिर तौर पर सरकार के इस फैसले ने कुछ पार्टियो की नींद उडा दी जो दरअसल इन्ही बॉर्डर के जरिये हिंदुस्तान में अपनी सियासत चमकाते है। गृह मंत्रालय के इस फैसले के बाद TMC के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया लिखा कि ''दिल्ली में बैठे दो खुराफाती दिमाग अब तक ED, इनकम टैक्स, CBI, NIA, नॉरकोटिक्स ब्यूरो जैसी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर सत्ता चला रहे थे, अब उन्होंने इस लिस्ट में BSF को भी शामिल कर लिया है। (अब ) संघवाद जाए भाड़ में.''
लेकिन टीएमसी पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया उन्होेने उम्मीद जताई है कि इससे बंगाल में बॉर्डर पर सिक्योरिटी मजबूत होगी।
I Congratulate Hon'ble Home Minister of India Shri @AmitShah ji for this Gazette Notification.
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) October 14, 2021
Hope that fortifying WB's porous border will weed out free flowing illicit trade of drugs & cow trafficking & infiltration; operational due to the patronage of WB ruling party & Police. pic.twitter.com/3RlMPZNWYd
लेकिन वही पाकिस्तान की साजिशो से सबसे ज्यादा त्रस्त राज्य पंजाब बीएसफ की अधिकार क्षेत्र बढ़ाने से पंजाब की कांग्रेस सरकार की बौखलाहट सामने आई है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और डेप्युटी सीएम सुखविंदर सिंह रंधावा ने कड़े शब्दों में 'एकतरफा फैसले' की निंदा की। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से इस 'तर्कहीन फैसले' को तत्काल रोलबैक करने की मांग की। लेकिन दूसरी ओर पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिहं जो सीमा की सुरक्षा को लेकर लगातार चिंता जाहिर करते रहे है उन्होने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए पंजाब कांग्रेस के नेताओ को नसीहत दे डाली की कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे पर राजनीति ना करे। कैप्टन ने कहा कि बीएसफ की ताकत बढने से पंजाब मजबूत होगा। आपको बता दे कैप्टन अमरिंदर ने पाकिस्तान से लगातार हथियार और ड्रग्स की खेप पंजाब पहुंच रही है उसको लेकर बार बार चिंता जाहिर की है।
I strongly condemn the GoI's unilateral decision to give additional powers to BSF within 50 KM belt running along the international borders, which is a direct attack on the federalism. I urge the Union Home Minister @AmitShah to immediately rollback this irrational decision.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 13, 2021
#BREAKING : A good decision by @AmitShah led MHA-BSF will now hv the power to arrest,search & of seizure to the extent of 50 km inside states sharing IB with Pakistan & Bangladesh.
— Dr. APR 🇮🇳🍁 (@drapr007) October 14, 2021
Punjab CM Charanjeet Singh opposed while formar CM Captain Amrinder Singh appreciated the decision. pic.twitter.com/4duQD4uGHZ
वही आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने केंद्र सरकार के द्वारा बॉर्डर इलाकों में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के फैसले को 'तुगलकी फरमान' करार दिया है। साथ ही आम आदमी पार्टी ने इस आदेश को राज्यों के अधिकारों को खत्म करने का कोशिश बताया।
केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में संशोधन कर इसे पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से मौजूदा 15 किलोमीटर की जगह 50 किलोमीटर के बड़े क्षेत्र में तलाशी लेने, जब्ती करने और गिरफ्तार करने की शक्ति दे दी है। वहीं, पाकिस्तान की सीमा से लगते गुजरात के क्षेत्रों में यह दायरा 80 किलोमीटर से घटाकर 50 किलोमीटर कर दिया गया है तथा राजस्थान में 50 किलोमीटर तक की क्षेत्र सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है।