संयुक्त किसान मोर्चा में पड़ी जबरदस्त फूट,चढूनी -राजेवाल और योगेंद्र यादव ने एक ही जगह पर की अलग- अलग बैठक
उत्तर प्रदेश समेत पांंच राज्यो में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद आज दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की पहली बैठक हुई। जिसमें सभी किसान संगठनो को बुलाया गया था। लेकिन कई किसान संगठन नहीं पहुंचे तो कई किसान संगठनो ने एक ही जगह पर अलग - अलग बैठक की और आपस में भिड़ते नजर आए। कह सकते है कि चुनाव नतीजे आने के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा में जबरदस्त फूट पड़ गई है।
हालाकि पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की यह पहली बैठक थी। जिसमें सरकार के खिलाफ किसानों के हित के लिए आगे की रणनीति बनाने के लिए चर्चा की गई। जिसमें सभी किसान संगठनों को बुलाया गया था। लेकिन आयोजित मोर्चे की पहली बैठक से 11 संगठनों ने भाग लेने से साफ मना कर दिया। बताया जा रहा है कि बैठक में सभी 32 संगठनों को पहुंचने का संदेश भेजा था। उसमें से 18 संगठनों के नेता बैठक मे मौजूद रहे। वहीं आंदोलनजीवि राकेश टिकैत भी इस बैठक में कहीं नजर नहीं आए।
दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई शुरू.#farmer #skm @Kisanektamorcha pic.twitter.com/ccxRfXHO8M
— Haryana Express (@HaryanaExpress_) March 14, 2022
मीडिया रिर्पोट के मुताबिक तीन से चार घंटा चली बैठक में जबरदस्त हंगामा हुआ। कई मुद्दों पर किसान नेता आपस में ही भिड़ते नजर आए। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में गुरनाम सिंह चढूनी और राजेवाल भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने चुनाव लड़ने वालों को मीटिंग में शामिल नही होने के लिए कहा था। ऐसे में चढूनी- राजेवाल और योगेंद्र यादव तनावपूर्ण माहौल में एक ही जगह पर अलग- अलग कर बैठके करते दिखाई दिए।
आज "संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक" में तीन महत्वपूर्ण फैसले लिए गए-
— Swaraj India (@_SwarajIndia) March 14, 2022
1: बीजेपी द्वारा किए विश्वासघात के विरोध में किसान मनाएंगे 21 मार्च को "विरोध दिवस"
2: 11 से 17 अप्रैल तक मनाएंगे "MSP की लीगल गारंटी" का सप्ताह।
3: SKM के नियम कानून बनाने की दिशा में साथी आगे बढ़ेंगे। pic.twitter.com/2NQk1yURJ6
Shipra Saini
News Anchor