राकेश टिकैत एंड गैंग को कमिश्नर राकेश अस्थाना की सख्त चेतावनी, अस्थाना ने कहा 'कानून-व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी'

मोदी सरकार ने कृषि कानूनो को निरस्त करने की घोषणा कर दी है लेकिन इसके बावजूद राकेश टिकैट एंड गैंग आंदोलन खत्म करने के मूड में नही है। राकेश टिकैत इन आंदोलनजीवियो की ओर से २९ नवंबर को को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया है। बता दे कि २९ नवंबर को शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है। दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने इसको लेकर किसानों को सख्त चेतावनी दे दी है और कहा कि किसी भी परिस्थिति में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, 'हम कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक समझौता है (किसानों के साथ), हम इस पर काम करेंगे। लेकिन किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था को खराब नहीं होने दिया जाएगा। किसी को भी लोकतांत्रिक विरोध पर आपत्ति नहीं है।'
लेकिन वही राकेश टिकैत आंदोलन खत्म करने के लिए तैयार नही है। उनकी तरफ से कहा जा रहा है। किसानो पर दर्ज मुकदमो को वापस लिया जाए। इन पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उनके कमिश्नर बनने से पहले कुल सात मामले दर्ज किए गए थे और कुछ बाद में दर्ज किए गए थे। उन्होंने कहा, 'किसानों का आंदोलन लंबे समय से चल रहा था। मेरे शामिल होने से पहले विशेष रूप से गणतंत्र दिवस की घटना पर 7 मामले दर्ज किए गए थे और कुछ बाद में दर्ज किए गए थे। हमने उन मामलों की जांच की है, उन्हें चार्जशीट किया गया है।'
Farmers' agitation underway for a long time. Before my joining, 7 cases were lodged particularly on Republic Day incident & some were lodged afterwards. We've investigated those cases, they're charge-sheeted: Delhi CP Rakesh Asthana on cases in view of farmers' agitation (24.11) pic.twitter.com/P5iS0zuQoa
— ANI (@ANI) November 25, 2021
किसानों ने 29 नवंबर को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया
इससे पहले, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी के लिए दबाव बनाने के लिए ट्रैक्टर मार्च के रूप में 29 नवंबर को 60 ट्रैक्टर राष्ट्रीय राजधानी में संसद भवन तक जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि एक हजार किसान संसद जाएंगे।