यूपी MLC चुनाव में बीजेपी ने रचा इतिहास,सपा की करारी हार आजम खान जेल से बाहर आकर बनाएंगे नई पार्टी?
यूपी विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने ३३ सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। ३६ विधान परिषद की सीटों में से ३३ सीटे बीजेपी ने अपने खाते में की वहीं सपा का सूपड़ा साफ कर दिया।
बीजेपी ने विधान परिषद में रचा इतिहास
आपको बता दें कि बीजेपी २०१७ में १५ साल के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में लौटी थी, लेकिन बीजेपी पांच साल सत्ता में रहने के बाद भी विधान परिषद में बहुमत हासिल नहीं कर पाई थी। इतना ही नहीं इससे पहले भी बीजेपी यूपी की सत्ता में रही, पर उच्च सदन में बहुमत के आंकड़े को कभी हासिल नहीं कर सकी थी। यह पहली बार है जब बीजेपी ने विधानसभा के साथ साथ विधान परिषद में भी बहुमत का आंकडा हासिल कर लिया है।
यूपी की 36 विधान परिषद सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने नौ सीटें तो बिना चुनाव लड़े ही अपने पाले में कर ली हैं और अब बाकी बची 27 में से भी २४ सीटेंं अपने खाते में करके विधान परिषद में इतिहास रच दिया है। वही सपा का सूपड़ा साफ हो गया है। सपा शून्य पर सिमट गई है।
एक तरफ विधान परिषद चुनाव के नतीजें समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए परेशानी का सबब बन चुके है तो वही दूसरी तरफ सपा के दिग्गज नेता आजम खान ने सपा के खिलाफ बगावत के संकेत दे दिए हैश बड़ी खबर है कि जेल से बहार आने के बाद आजम खान अपनी अलग पार्टी बना सकते है। दरअसल आजम खान के मीडिया प्रभारी के बयान कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे जहां वह खुलकर अखिलेश यादव के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे है। बता दें कि फसाहत खान सानू ने रामपुर में पार्टी दफ्तर में आजम खान के समर्थकों की एक बैठक में ये टिप्पणी की। फसाहत ने कहा कि हमने अखिलेश और मुलायम सिंह यादव को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया लेकिन उन्होंने आजम खान को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाया। वो सिर्फ एक बार उनसे जेल में मिलने गए।
CM Yogi's comment was right that Akhilesh Yadav doesn't want Azam Khan to be out (of jail). We made you&Mulayam Yadav UP CM but you didn't make Azam Khan as leader of Opposition. You only went once to meet him in the jail: Azam Khan's media in-charge Fasahat Ali Khan Sanu (10.04) pic.twitter.com/DoyoXMen0x
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 11, 2022
खबर है कि आजम खान इस बात से नाराज हैं कि सिवाय एक बार के अखिलेश यादव उनसे सीतापुर जेल में मिलने नहीं गए, जहां वह फरवरी 2020 से बंद हैं।आजम खान ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव लड़ा और सीतापुर जेल में सलाखों के पीछे से 10वीं बार रामपुर सीट जीती। फसाहत ने कहा कि आजम खान के इशारे पर न सिर्फ रामपुर में बल्कि कई जिलों में भी मुसलमानों ने सपा को वोट दिया, लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुसलमानों का पक्ष नहीं लिया।
Shipra Saini
News Anchor