आंदोलनजीवि राकेश टिकैत का बयान कृषि क़ानूनों को रद्द करने से नहीं होगा किसानो की समस्या का समाधान
केन्द्र सरकार ने तीन कृषि क़ानूनों को रद्द करने का फ़ैसला ले लिया है। लेकिन राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि क़ानूनों को रद्द करने से सामाधान नहीं होगा टिकैत ने कहा MSP पर क़ानून नहीं लाएगी तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।दरअसल आंदोलन की शुरुआत से ही राकेश टिकैत और तमाम आंदोलनजीवि यह मांग कर रहे थे कि अगर कृषि कानूनो को सरकार निरस्त कर देती है तो आंदोलन खत्म हो जाएगा लेकिन सरकार के इस फैसले ने आंदोलनजीवियो को बड़ा झटका दे दिया अब राकेश टिकैत एंड गैंग के लोग आंदोलन जारी रखने के लिए अब नई तरकीब निकाल रहे है।
तेलंगना पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता सरकार एमएसपी पर बात नहीं करना चाहती है। हमने चार दिन पहले इसे लेकर सरकार को चिट्ठी लिखी है लेकिन इसका कोई जवाब नहीं आया। एमएसपी पर कानून बनने से पूरे देश के किसानों को लाभ होगा। टिकैत ने कहा कि सरकार ने तीन कृषि क़ानूनों को रद्द करने का फ़ैसला किया है इससे समाधान नहीं होगा। किसानों की जो समस्या है, वह वैसी की वैसी है। जब तक केंद्र सरकार किसानों से बातचीत नहीं करेगी और MSP पर क़ानून नहीं लाएगी तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
सरकार ने तीन कृषि क़ानूनों को रद्द करने का फ़ैसला किया है इससे समाधान नहीं होगा। किसानों की जो समस्या है, वह वैसी की वैसी है। जब तक केंद्र सरकार किसानों से बातचीत नहीं करेगी और MSP पर क़ानून नहीं लाएगी तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा: किसान नेता राकेश टिकैत, तेलंगाना pic.twitter.com/qzQ6l3NCg7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2021
यहां पर बता दें कि तीनों केंद्रीय कानूनों वापस लेने का ऐलान खुद पीएम मोदी ने 19 नवंबर को किया था। इस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने खुशी तो जताई लेकिन 6 अन्य मागों का पिटारा भी खोल दिया। इसमें एमएसपी पर कानून बनाने की मांग प्रमुख है।
Shipra Saini
News Anchor