किसान नेताओ को केन्द्र ने भेजा नया प्रस्ताव, बॉर्डर खाली करने पर मजबूर हुए आंदोलनजीवि राकेश टिकैत

कृषि कानूनो को रद्द करने के बाद अब आंदोलनजीवियो की तमाम मांगो को लेकर सरकार ने किसान नेताओ नया प्रस्ताव भेजा जिस पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओ ने सहमति जता दी है। और आंदोलन खत्न करने के संकेत भी दे दिए है। लेकिन बड़ी खबर यह है कि आंदोलनजीवि राकेश टिकैत आंदोलन खत्म नही करना चाहते है। राकेश टिकैत की माने तो अभी 5-6 मांगें और मानी जानी बाकी हैं।
बता दें बुधवार को केंद्र सरकार द्वारा गठित कमेटी की ओर से आए सरकारी प्रस्ताव को पजांब-हरियाणा के किसानों ने मंजूरी दे दी। लेकिन टिकैत खेमे ने इसका कड़ा विरोध किया लेकिन चूकि उनकी संख्या कम थी इसलिए उनका खेमा और टिकैत गैंग इस मीटिंग में कही नही टिक पाए। अकेले पड़ता देख मजबूरन राकेश टिकैत को भी झुकना पड़ा और सरकार की तरफ से आए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। साथ ही किसानों के बीच कहा कि सरकार अपनी बातों से मुकरी तो दोबारा आंदोलन शुरू कर लेंगे।
सरकार ने जो नया प्रस्ताव किसानो को भेजा है उसमें उन्होने दो मांगे मान ली है। इसमें मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा और सभी केस वापस (रद्द) लिए जाएंगे। ऐसा सुनते ही हरियाणा तैयार हुआ और पंजाब तो पहले ही पैकिंग कर रहा था। हरियाणा के लिए केस हटवाना बड़ी बात थी।
सरकार की ओर से जो चिट्ठी मिली है उसे पहले हम सही से पढे़ंगे। उसका अर्थ क्या है वो समझ कर हमारे 5 लोग हैं वो आपको जवाब देंगे। अगर हेरा फेरी होगी तो फिर हम यहीं हैं, कोई कहीं नहीं जाएगा: राकेश टिकैत, BKU pic.twitter.com/DXOqq37Ix5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2021