किसान आंदोलन पर योगेंद्र यादव का बड़ा खुलासा किसानों के अधिकारों की लड़ाई के बजाय चुनावी स्टंट था आंदोलन
उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यो में हुए विधानसभा चुनाव मे से चार राज्यो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद अब आंदोलनजीवियो की पोल खुल चुकी है। एक न्यूज चैनल में आंदोलनजीवि योगेंद्र यादव ने यह स्वीकार किया है कि किसानों का विरोध प्रदर्शन' किसानों के अधिकारों की लड़ाई के बजाय एक राजनीतिक स्टंट था। उन्होंने कहा कि वह गेंद और बल्लेबाजी करने वाले नहीं हैं। उनका काम केवल पिच तैयार करना है, जैसा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में भी किया था।
पाँचों राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। गुरुवार को मतगणना के दौरान सभी चैनलों की तरह NDTV ने भी इससे जुड़ा शो किया। जिसे होस्ट कर रहे थे रवीश कुमार। अब इस प्रोग्राम का एक छोटा सा हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें योगेंद्र यादव को यह कबूल करते हुए देखा जा सकता है कि उन्होंने और राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के माध्यम से भाजपा को हराने के लिए एक अनुकूल 'पिच' बनाई थी, लेकिन विपक्ष ने 'अच्छी गेंदबाजी' नहीं की और इसका लाभ नहीं उठा सका।
योगेंद्र यादव कबूल कर रहा है कि किसान आंदोलन का उद्देश्य भाजपा के खिलाफ राजनीतिक जमीन तैयार करना था।
— Varun Puri (@varunpuri1984) March 10, 2022
बिल वापिस हो चुके हैं, चुनाव हो चुके हैं। अब असली किसानों को योगेंद्र और टिकैत जैसे दलालों को घेरना चाहिए, सवाल पूछने चाहिए। आखिर सबसे ज्यादा नुकसान तो उन्हीं का हुआ है। pic.twitter.com/I9p3PsMHxE
जो वीडियो सामने आया है उसमें योगेंद्र यादव NDTV के रवीश कुमार से कह रहे हैं कि किसान आंदोलन ने यूपी में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों की नींव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन विपक्षी दलों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले एक रणनीति बनाई और सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि वे आगामी चुनावों में उत्तर प्रदेश राज्य में भाजपा को 'सजा' देंगे।
Shipra Saini
News Anchor