उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, शिवसेना के 20 पार्षदों ने शिंदे को समर्थन देने का किया ऐलान, बौखलाए उद्धव ठाकरे ने कहा- शिंदे गुट पेड़ के 'सड़े हुए पत्तों' की तरह है
महाराष्ट्र में शुरू सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के साथ ही लगातार उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ती हुयी दिखाई दे रही है। जहाँ लगातार शिंदे गुट में पार्षद और विधायकों के शामिल होने की खबरें आ रही है तो वही इस बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि रत्नागिरी में शिवसेना के 20 पार्षदों ने शिंदे को समर्थन देने का ऐलान किया.
वही एक ओर उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को पार्टी के बागी नेताओं की तुलना पेड़ के 'सड़े हुए पत्तों' से की। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद पता चल जाएगा कि लोग किसका समर्थन करते हैं। बता दे, मुख्यमंत्री पद से पिछले महीने इस्तीफा देने के बाद शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के साथ पहले इंटरव्यू में उद्धव ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं पर अत्यधिक भरोसा करना उनकी गलती थी।
साथ ही उन्होंने कहा, ''ये विद्रोही पेड़ के सड़े हुए पत्तों की तरह हैं और इन्हें गिर ही जाना चाहिए। यह पेड़ के लिए अच्छा होता है, क्योंकि इसी के बाद नए पत्ते उगते हैं।''
वही शिंदे गुट का दावा है कि वे असली शिवसेना का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस बारे में उद्धव ने कहा कि चुनाव होने दीजिए और फिर देखते हैं कि लोग किसे चुनते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''लोग या तो हमारे पक्ष में मतदान करेंगे या फिर उन्हें वोट देंगे। यह हमेशा के लिए स्पष्ट हो जाएगा।''
वही जब ये पूछे जाने पर कि बगावत के लिए किसे दोष दिया जा सकता है, तब उद्धव ठाकरे ने कहा, ''ऐसा लगता है कि मैंने शिवसेना के कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं पर बहुत अधिक विश्वास कर लिया। इतने लंबे समय तक उन पर भरोसा करना मेरी गलती है।''
दरअसल, महाराष्ट्र में उद्धव के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों के शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के कारण गिर गई थी। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस एमवीए के घटक दल हैं। शिंदे ने बाद में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने।
Rani Gupta
News Reporter