पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद TMC में मतभेद शुरु, TMC प्रवक्ता कुणाल घोष बोले- कैबिनेट और पार्टी से किया जाए निष्कासित
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से करोड़ों रुपये कैश और सोना बरामद होने के बाद अब ममता बनर्जी और उनकी सरकार के लिए घतरे की घंटी बजती नजर आ रही है। बंगाल में खेला होने के आसार दिखने लगे है। इस मामले में ईडी ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी पर दवाब बनने लगा है कि वह पार्थ चटर्जी को पार्टी और पदों से हटाएं।
दरअसल पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से बीजेपी और तमाम दूसरी विपक्षी पार्टियों की मांग के बीच अब टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए। इसके साथ ही उन्हें पार्टी से निकालने की मांग भी की है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर मेरा बयान गलत तो मुझे निकाला जाए। कुणाल घोष ने इसे लेकर ट्वीट किया है। इस ट्वीट के बाद सियासत और गरमा गई है।
सिर्फ इतना ही नहीं टीएमसी के मुखपत्र जागो बांग्ला में कुणाल घोष ने कहा था, 'अर्पिता के घर से कैश की बरामदगी से पार्टी का अपमान, पब्लिक डोमेन में पार्थ चटर्जी क्यों नहीं कह रहे हैं कि वह निर्दोष हैं। उन्हें ऐसा करने से क्या रोक रहा है?'
वही कुणाल घोष के इस ट्वीट के बाद टीएमसी में हलचल तेज हो गई। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कुणाल घोष से बातचीत की और शाम को बैठक बुलाई, जिसके बाद कुणाल ने ट्वीट किया, 'मैंने अपने पहले के ट्वीट में अपनी राय व्यक्त की थी। अब पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया है। अभिषेक बनर्जी ने आज शाम 5 बजे टीएमसी भवन में पार्टी की बैठक बुलाई है। मुझे उस बैठक में भी शामिल होने के लिए कहा गया है। इसलिए जब टीएमसी के अधिकारियों ने मुद्दे को ध्यानार्थ लिया है मैं ट्वीट डिलीट कर रहा हूं।'
In my earlier tweet, I had expressed my opinion.
— Kunal Ghosh (@KunalGhoshAgain) July 28, 2022
Now, the party has taken up the issue.
Avishek Banerjee has convened party meeting today 5pm at TMC bhawan. I have been told to attend that meeting also.
So, as @AITCofficial has taken up the matter, I am deleting the personal one.
Shipra Saini
News Anchor