ज्ञानवापी पर अखिलेश यादव का बयान 'कहीं भी पत्थर रख दो, मंदिर बन गया', बीजेपी ने कहा- हिंदू आस्था का उड़ाया मखौल
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि केस को लेकर कानूनी लड़ाई जारी है लेकिन सियासी पारा भी चढ़ा हुआ है। औवेसी के बाद अब सपा अध्यक्ष और यूपी सीएम अखिलेश यादव का बयान समाने आया है जिसके सियासत गर्मा गई है। दरअसल अखिलेश यादव ने कहा कि 'कहीं भी पीपल पेड़ के नीचे पत्थर रख दो, लाल झंडा रख दो, मंदिर बन गया'।
हमारे हिंदू धर्म में यह है कि कहीं पर भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया: सपा प्रमुख अखिलेश यादव, अयोध्या pic.twitter.com/nt4GYgaNfu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 18, 2022
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने इशारों ही इशारों में बाबरी मस्जिद को लेकर भी बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि एक समय था जब रात के समय मूर्तियां रख दी गई थी।
अब अखिलेश यादव के इस बयान पर सियासी बवाल छिड़ गया है। बीजेपी ने इसे समाजवादी पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति बताया। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने अखिलेश के इस बयान पर ट्वीट करते हुए उन पर तंज कसा है।
कथित तुष्टीकारण की राजनीति में सराबोर अखिलेश यादव जी सनातन हिंदू धर्म का मर्म भूल चुके हैं। इसलिए हिंदू धर्म के प्रति उनकी अनास्था कोई नई बात नहीं है।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) May 19, 2022
वहीं बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अखिलेश यादव ने विवादित बातें कह कर हिंदू आस्था का मखौल उड़ाया है। बीजेपी नेता ने कहा कि यह वही अखिलेश यादव है, जिनकी राजनीति निर्दोष रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वाली पार्टी पर आधारित है। अखिलेश ने हिंदू साधु संतों को चिलमची भी कहा था। उनकी विचारधारा कांग्रेस से मेल खाती है, जिसने भगवान राम का अस्तित्व मानने से ही इनकार कर दिया था।
Shipra Saini
News Anchor