अनिल देशमुख के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार पर IT का बड़ा एक्शन, 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को किया सीज

महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है एक तरफ ईडी ने वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के सिलसिले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया है। वही दूसरी तरफ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार पर एक्शन शुरू हो गया है इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बेनामी प्रॉपर्टी डिपार्टमेंट ने अजित पवार की कई प्रॉपर्टीज को प्रोविजनली अटैच किया है, जिनकी कीमत करीब 1400 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
DAMAD of Pawar Parivar Mohan Patil's Crores Rupees Non Transparent Transactions found by ED, Income Tax & in Jarandeshwar Sugar Mills Pvt Ltd
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) November 1, 2021
Ajit Pawar Mother, Sisters, Wife, Son, Son in Law, Friends Dubious, Benami transactions found by Income Tax & ED during 19 Days Raids. pic.twitter.com/rODwSVY9Os
आयकर विभाग ने अजित पवार की जिन संपत्तियों को अटैच किया है, उनमें दक्षिणी दिल्ली स्थित करीब 20 करोड़ रुपये का फ्लैट और निर्मल हाउस स्थित पार्थ पवार ऑफिस शामिल है, जिसकी कीमत करीब 25 करोड़ रुपये है. आयकर विभाग ने इसके अलावा जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री, जिसकी कीमत करीब 600 करोड़ रुपये है और गोवा स्थित रिसॉर्ट, जिसकी कीमत करीबन 250 करोड़ रुपये है को भी अटैच किया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में स्थित 27 जमीनें, जिसकी मार्केट वैल्यू करीब 500 करोड़ रुपये बताई जा रही है, उन्हें भी प्रोविजनली अटैच किया गया है।
Income Tax attached Properties of Ajit Pawar
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) November 2, 2021
1. Jarandeshwar sugar factory
₹600 crore
2. South Delhi flat ₹20 crores
3. Nirmal office of Parth pawar
₹25 crores
4. Goa Resort "Nilaya" of ₹250 crores @BJP4India pic.twitter.com/jObd05BNde
बता दें कि इससे पहले भी अजित पवार के घर आईटी ने रेड की थी। महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक में २५००० करोड़ के घोटाले में उनका नाम सामने आया था और इस पूरे मामले में आयकर विभाग लगातार जांच कर रही है। अजित पवार के परिवार उनके बेटे बहन दामाद की संपत्तियो की जांच की गई है। और अब संपत्तियों को सीज कर दिया गया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार के पास यह साबित करने के लिए अब 90 दिनों का समय होगा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा अटैच की गईं संपत्तियां बेनामी पैसे से नहीं खरीदी गई हैं।