विपक्षियों के राजनीतिक षड्यंत्र का बड़ा खुलासा, लखीमपुर हिंसा में कांग्रेस-सपा का कनेक्शन आया सामने
क्या लखीमपुर को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत जलाया गया ?

जी हां एक बार फिर से किसानों की आड़ में राजनीतिक रोटिया सेंक रही विपक्षी पार्टी का चेहरा बेनकाब हुआ है क्योकि जिस लखीमपुर कांड को लेकर समाजवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता योगी सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं तो वहीं लखीमपुर हिंसा से सामने आ रहे सबूतों ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के राजनीतिक एंगल को भी बेनकाब कर दिया है।
लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे।
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 4, 2021
आंदोलन के नाम पर सपा और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है। pic.twitter.com/h8A8TY31Hl
लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे।
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 4, 2021
आंदोलन के नाम पर सपा और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है। pic.twitter.com/h8A8TY31Hl
दरअसल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अपने ही पार्टी के नेताओं को किसान नेता बताकर सोशल मीडिया पर सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे थे लेकिन हकीकत ये है कि तेजिंदर विर्क जिसकी चोट की तस्वीरें अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे थे हिंसा में मारे गए शुभम मिश्रा के पिता ने उसी समाजवादी पार्टी के नेता पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है।
पंजाब कांग्रेस का नेता और प्रियंका वाड्रा का करीबी गुरअमनीत सिंह आतंकवादी भिंडरावाले की बड़ाई कर रहा है
— Shashi Kumar (@iShashiShekhar) October 4, 2021
कुछ सालों से लखीमपुर में बब्बर खालसा संगठन की ऐक्टिविटी बढ़ी है।
कांग्रेस का हाथ एक बार फिर देश विरोधी आतंकवादियों के साथ है। https://t.co/JizFjShpM2 pic.twitter.com/RUPnC61XGU
तो वहीं पंजाब कांग्रेस के नेता और प्रियंका वाड्रा का करीबी गुरअमनीत सिंह आतंकवादी भिंडरावाले की बड़ाई करते भी तस्वीरें वायरल हो रही हैं.. जिसमें कांग्रेस का हाथ एक बार फिर देश विरोधी आतंकवादियों के साथ दिकाई पड़ रहा है। किसानों की आड़ में ये धमकी पंजाब के कांग्रेस नेता और मीडिया पैनलिस्ट गुरअमनीत सिंह मंगत दे रहा है। लखीमपुर के किसान अगर प्रदर्शन करने आए थे तो वहाँ पंजाब के कांग्रेसी नेता का क्या काम? सीधा जवाब कि राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा के करीबी मंगत को वहाँ हिंसा फैलाने भेजा गया था ।
यही नहीं जो प्रियंका गांधी लखीमपुर में किसानों के नाम पर राजनीति कर रही हैं वहीं प्रियंका गांधी राजस्थान में धान की खरीद की मांग करते किसानों परबरसाईं जा रही लाठियां पर क्यों चुप हैं ये बड़ा सवाल है दरअसल राजस्थान: हनुमानगढ़ जिले में धान की सरकारी खरीद शुरू करने की मांग को लेकर आज किसानों द्वारा ज़िला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई जिसके बाद पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज किया गया।
This is how Congress Govt in Rajasthan is treating Farmers.
— Ankur (@iAnkurSingh) October 4, 2021
Any Leader visiting Hanumangarh? pic.twitter.com/XuNAqQuYKt