ममता के हिंसक रवैये पर बीजेपी नेता सौमित्र खान का हमला, नंदीग्राम हारने के बाद भवानीपुर में कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करवा रहीं ममता
30 सितंबर को ममता बनर्जी जनता को वोट डालने नहीं देंगी-सौमित्र खान
भवानीपुर उपचुनाव का काउंट डाउन शुरू हो चुका है और ऐसे में ममता बनर्जी ने एक बार फिर से अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है.....एक और जहां बीजेपी के नेताओं को प्रचार करने से टीएमसी के गुंडो की ओर से रोका गया तो वहीं भवानीपुर में कल प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर जानलेवा हमला किया गया, जिसके बाद से ही लगातार ममता बनर्जी के खिलाफ बंगाल बीजेपी हमलावर है और अब इसी कड़ी में बीजेपी के नेता सौमित्र खान ने भी ममता बनर्जी को आईना दिखाने का काम किया है और बंगाल में जारी हिंसा और ममता के रवैये को लेकर बयान देते हुए कहा है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम में हार गई, अब भवानीपुर में वो भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करवा रही हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर भी हमला किया गया है। ममता बनर्जी 30 सितंबर को जनता को वोट नहीं डालने देगी ।
ममता बनर्जी नंदीग्राम में हार गई, अब भवानीपुर में वो भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करवा रही हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर भी हमला किया गया है। ममता बनर्जी 30 सितंबर को जनता को वोट नहीं डालने देगी: सौमित्र खान, भाजपा(27.09) pic.twitter.com/9FMGPCwicn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 28, 2021
दिलीप घोष पर हुए हमले के बाद बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. चुनाव आयोग के अधिकारियों पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में राज्य चुनाव आयुक्त बिक चुके हैं. उन्हें इस तरह की हिंसा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी. लेकिन किसी भी चुनाव आयुक्त ने इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी.
दरअसल भवानीपुर का रण जीतना ममता बनर्जी के बेहद महत्वपुर्ण है और इसीलिए ममता पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं फिर चाहे रास्ता हिंसा का ही क्यो न हो उन्हे अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी बचानी है जिसके लिए ममता ने अब हथियारों के बल पर चुनाव जीतने का मन बना लिया है क्योंकि उपचुनाव के नतीजे आने वाले समय में देश की राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित कर सकते हैं.
पहले इसी सीट से लड़ चुकी हैं चुनाव
ममता के लिए भवानीपुर सीट नई नहीं हैं. इससे पहले वे 2011 और 2016 में यहां से विधायक के रूप में चुनी जा चुकी हैं. 2021 में उन्होंने भवानीपुर की जगह नंदीग्राम को चुना और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. ये भी कहा जाता है कि नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला ममता ने गिरते वोट शेयर के चलते लिया था, हालांकि उनकी पार्टी दावा करती है कि ममता ने नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी को चैलेंज किया था.
शोभनदेव ने खाली की भवानीपुर सीट
बीजेपी ने इसी साल मार्च-अप्रैल में हुए विधासभा चुनाव में भी दीदी पर यह तंज कसा था कि वे भवानीपुर छोड़ कर अपनी हार से बचने के लिए नंदीग्राम आईं हैं. हालांकि टीएमसी नेता शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने भवानीपुर सीट पर जीत हासिल की. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार रुद्रानिल घोष को हराया और 2016 के चुनाव की तुलना में अपनी पार्टी की जीत का अंतर भी बेहतर किया. शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने यही सीट अब ममता के लिए खाली की है
Lata KC
News Anchor & reporter