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बीकेयू नेता का चौंकाने वाला खुलासा कहा- हमारे कार्यकर्ताओं ने रोका था पीएम मोदी का रास्ता, पंजाब पुलिस ने दी थी जानकारी

बीकेयू नेता का चौंकाने वाला खुलासा कहा- हमारे कार्यकर्ताओं ने रोका था पीएम मोदी का रास्ता, पंजाब पुलिस ने दी थी जानकारी
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पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में लगी सेंध का मामला जहां एक तरफ चन्नी सरकार के लिए गले की फांस बना हुआ है। और इस पूरे मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे है। कल प्रदर्शनकारियों ने पंजाब की सड़कों पर ऐसा बवाल काटा कि पीएम मोदी का काफिला आगे नहीं बढ़ पाया और 15 से 20 मिनट तक वहीं पर फंसा रह गया था। इस पूरे मामले को लेकर चन्नी सरकार के साथ - साथ पंजाब पुलिस सवालो के घेरे में है।

लेकिन अब आंदोलनजीवि और तथाकथित किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने बड़ा खुलासा किया है कि पीएम रुट की जानकारी पंजाब पुलिस के द्वारा ही दी गई थी। सुरजीत सिंह फूल ने बताया कि पीएम मोदी का रास्ता रोकने वाले भारतीय किसान संघ के ही कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने बताया था कि प्रधानमंत्री सड़क के रास्ते आ रहे हैं।

अब भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के सुरजीत सिंह फूल ने एक वीडियो फेसबुक पर साझा किया है और अपने साथियों को प्रधानमंत्री का काफिला रोकने पर बधाई दी है। सुरजीत सिंह कहते हैं, 'भारतीय किसान यूनियन के कहने पर मोगा और लुधियाना के वर्करों की तरफ से बलदेव सिंह के नेतृत्व में जो डटकर मोदी की रैली को सिर्फ 10-11 किलोमीटर पहले सड़क जाम करके, पुलिस और बीजेपी के लोगों का सामने करके जो तुमने बीजेपी और उसके लोगों को रास्ते से लौटाया, इसके लिए तुम लोग बधाई के हकदार हो।'

किसानों को भड़काते हुए सुरजीत सिंह ने कहा 'ये वही बीजेपी है, जिसने सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे करके, गंदा पानी डाले थे। आज तुम्हारी वजह से बीजेपी को भी यही दिन देखने को मिला। मैं भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के तौर पर आपको बधाई देता हूं। जिन लोगों ने भी उसमें योगदान दिया और पुतले फूंके ऐसे सभी लोगों का मैं बीकेयू (क्रांतिकारी) की तरफ से धन्यवाद देता हूं और तारीफ करता हूं। उम्मीद है कि आने वाले समय में भी इसी लड़ाकू दृढ़शक्ति के साथ आगे भी लड़ते रहोगे। आपने ये साबित कर दिया कि लड़ने वाले और नहीं लड़ने वाले लोगों का फर्क क्या होता है।'

बता दें कि बीकेयू-क्रांतिकारी एक वामपंथी किसान संघ माना जाता हैं। 2009 में, यूनियन के अध्यक्ष सुरजीत फूल को गिरफ्तार कर लिया गया और यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत पांच महीने तक जेल में बंद रहा। उन्हें कथित तौर पर माओवादी संगठनों से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। और यही वजह है कि अब लगातार शक की सुई इस ओर भी घुम रही है कि कही कही इन्ही माओवादियो और खालिस्तानियो के साथ मिलकर इस तरह का षडयंत्र तो नही रचा जा रहा था। क्योकिं जो तस्वीरें सामने आ रही है वह अपने आप में बेहद हैरान करने वाली है। कि किस तरह से पुलिस मूकदर्शक बनकर इन प्रर्दशनकारियो के साथ चाय की चुसकी ले रही है। खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लग रहे है। बीजेपी कार्यतकर्ताओ की बसो में तोड़फोड़ की जा रही है ताकि वह रैली तक ना पहुंच पाए।


Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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