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लैंड फॉर जॉब स्कैम में तेजस्वी के खिलाफ CBI चार्टशीट से बौखलाई RJD, ललन सिंह बोले- मोदी के पालतू तोतों का कमाल

लैंड फॉर जॉब स्कैम में तेजस्वी के खिलाफ CBI चार्टशीट से बौखलाई RJD, ललन सिंह बोले- मोदी के पालतू तोतों का कमाल
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बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू प्रसाद और उनके बेटे के खिलाफ CBI ने नई चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में लालू-राबड़ी-तेजस्वी समेत 17 लोगों के नाम हैं।

लेकिन सीबीआई की इस चार्टशीट को लेकर आरजेडी और जेडीयू ने बीजेपी पर हमला बोला है। RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी को बीमार जनता पार्टी बताते हुए कहा कि ED-CBI से जो दवाई करवा रही है, उसका ओवर डोज हो गया है। अब इसका रिएक्शन हो रहा है। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस मामले में तेजस्वी का नाम घसीटा गया जिसकी आशंका उन्होने पहले ही जता दी थी। तेजस्वी यादव का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।



जिस समय ये मामला आया था, उस समय तेजस्वी की न तो उम्र थी और न ही वह रेल मंत्री थे। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को एक साथ लाकर तेजस्वी ने जो एकता दिखाई है और भाजपा के खिलाफ लड़ाई का ऐलान किया है। इसके कारण ही चार्जशीट में उनका नाम जबरदस्ती शामिल किया गया है।

वहीं RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने तो खुद कहा था कि चार्जशीट में उनका नाम आएगा। अभी जिस तरह का माहौल है और भाजपा जैसी राजनीति कर रही है उसमें यही होना था लेकिन हमारी राजनीति में कोई बदलाव नहीं आएगा...देश को हिंदू राष्ट्र बनाने से रोकने के लिए जो भी कुर्बनी देनी होगी उसके लिए हम तैयार हैं।

सिर्फ आरजेडी ही नहीं बल्कि जेडीयू के नेताओ की ओर से बीजेपी पर भी कई आरोप लगाए है। जेडीयू के नेता राजीव रंजन ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के पालतू तोतों का कमाल है।

बता दें कि बिहार में ये घोटाला 14 साल पहले का है। समीकरण कुछ ऐसे थे कि केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। इस मामले में 18 मई 2022 को सीबीआई ने केस दर्ज किया था। जिसके इस मामले में सीबीआई ने एक्शन लिया है। सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा यादव और हेमा यादव समेत कुछ उम्मीदवारों को आरोपी बनाया है। सीबीआई का आरोप है कि लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे, तब उन्होंने ग्रुप डी में सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती के बदले जमीनें लीं। ये जमीनें लालू यादव ने अपने परिजनों के नाम कराईं। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे, तो उन्होंने जमीन के बदले सात अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी।

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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