चंडीगढ मेयर चुनाव में कांग्रेस को लगा तगड़ा झटका, बीजेपी के वोटों की संख्या में हुआ इजाफा

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। वहीं बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की मुश्किले बढ़ा दी है। दरअसल कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज करने वाली पार्षद हरप्रीत कौर बबला रविवार को बीजेपी में शामिल हो गईं। बबला के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी और आम आदमी पार्टी के वोट की संख्या बराबर हो गई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में वार्ड संख्या 10 से पार्षद बनीं हरप्रीत ने अपने पति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देविंदर बबला के साथ बीजेपी का दाम थाम लिया। इस मौके पर स्थानीय सांसद किरण खेर, बीजेपी की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष अरुण सूद और वरिष्ठ नेता संजय टंडन भी मौजूद थे। खट्टर ने हरप्रीत और उनके पति का भाजपा में शामिल होने पर स्वागत किया और कहा कि यह खुशी की बात है कि दोनों ने कांग्रेस को छोड़ दिया।
वही बबला को पार्टी में शामिल कराने के बाद हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ये पहली शुरुआत है। बबला के आने के बाद आप और भाजपा के वोट बराबर हो गए हैं। हो सकता है कुछ पार्षद इसका इंतजार कर रहे हों, अब वो भी भाजपा की तरफ देखेंगे। मनोहर लाल ने कहा कि चंडीगढ़ में भाजपा का ही मेयर बनेगा। हरियाणा के लोग बहुत बारीकी से चंडीगढ़ की राजनीति को देखते हैं। हरियाणा में भाजपा ने भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन दिया है। बाकी पार्षद भी इन बातों को देखेंगे और भाजपा का मेयर बनाने में मदद करेंगे।
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे 27 दिसंबर को घोषित किये गए थे, जिसमें खंडित जनादेश सामने आया है. निगम के 35 वार्ड में से आम आदमी पार्टी ने 14 पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा ने 12, कांग्रेस ने आठ और शिरोमणि अकाली दल ने एक सीट जीती।
बीजेपी के पास बराबर हुए वोट
अब आम आदमी पार्टी के पास मेयर के लिए 14 वोट हैं. बीजेपी के पास अब 13 पार्षद हो गए हैं। इसके अलावा बीजेपी की सांसद किरण खैर भी वोट कर सकती हैं। इस तरह के बीजेपी के वोट की संख्या भी आम आदमी पार्टी के बराबर हो गई हैं। इसके अलावा पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के लिए यह बहुत बड़ा झटका है. कांग्रेस पार्टी को पार्षद के चुनाव में सबसे ज्यादा करीब 29 फीसदी वोट मिले थे. इसके बावजूद बीजेपी बढ़त बनाती नज़र आती रही है।