CM हिमंता बिस्वा सरमा का बड़ा बयान, असम की सत्ता को बदलना चाहते हैं घुसपैठिए

असम में हिमंता बिस्वा सरमा के सीएम बनने के बाद से घुसपैठियो पर जबरदस्त एक्शन जारी है । लेकिन यह एक्शन कांग्रेस ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और अन्य दलों को रास नही आ रहा है। हाल ही में असम के सिपाझार में अवैध अतिक्रमण हटाने गई पुलिस पर अतिक्रमणकारियों ने हमला कर दिया जिसके बाद पुलिन ने अपनी आत्मरक्षा में वहां कार्रवाई की जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और असम पुलिस के 11 जवान घायल हुए थे। जिसको लेकर सियासत भी खूब गरमाई पुलिस और सरकार दोनो पर सवाल उठाए गए।
जिसके बाद अब एक बार फिर सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने हिंसा पर बात करते हुए कहा कि सिपाझार में हुई हिंसा के दौरान जिन अतिक्रमणकारियों ने पुलिस पर हमला किया था। उनमें से अधिकतर बाहर से आए थे और डलगाँव व बाघबोर से आए इन लोगों ने इलाके पर अपना कब्ज़ा जमा लिया था। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दावा किया है कि घुसपैठिये साल 2050 तक जनसंख्या के बल पर सत्ता समीकरणों को बदलना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने रूप रेखा भी तैयार की है। यह एक बड़ी साजिश है जो रची जा रही है। उन्होने कहा कि हर 5 साल के बाद कई क्षेत्रों की डेमोग्राफी बदलने की साजिश रची जाती है। सीएम सरमा ने कहा कि पहले मेरी पहुँच उन कागज़ातों तक नहीं थी, लेकिन अब मैंने ख़ुफ़िया रिपोर्ट्स के साथ-साथ उन दस्तावेजों को भी देखा है।"
Assam CM Himanta Biswa Sarma claims 'illegal settlers' prepared blueprint to capture power in state by 2050, gradually becoming a majority in different constituencies. He adds the alleged encroachers in Darrang, evicted in a drive that left 2 dead, were part of this plan
— Press Trust of India (@PTI_News) October 1, 2021
हालाकि असम में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने और खासतौर पर हेमंता बिस्वा सरमा के सीएम बनते ही इन घुसपैठियो पर जबरदस्त एक्शन लिया जा रहा है। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों को हटाना शुरू कर दिया है। सीएम हेमंता ने यह भी जानकारी दी है कि राज्य के सोनितपुर, होजई और दरांग में चलाए गए अभियानों में अधिकांश लोग बंगाली भाषा बोलने वाले मुसलमान थे। उन्होंने कहा कि गोरुखूँटी गाँव में जो 10,000 लोग रह रहे थे, उनमें से 6000 के नाम NRC में दर्ज नहीं हैं। जबकि वहाँ के जो स्थानीय निवासी हैं, उनके पास सारे दस्तावेज हैं। उन्हें बसाने के लिए सरकार द्वारा 6-6 बीघा जमीन दी जानी है। सीएम सरमा ने कहा कि ये एक 'राजनीतिक डिजाइन' है, जिसके तहत अतिक्रमण किया जा रहा है।
सीएम ने बताया कि यह घुसपैठिए एक रणनीति के तहत बसाए जा रहे है उन्होने कहा कि घुसपैठिए किसी आपदा का हवाला देते हुए अपने मूल स्थान को छोड़कर दूसरी जगह जाते हैं और वहां जाकर एक योजना के तहत अवैध रूप से बस जाते हैं। 'यदि पूछताछ करें तो पता चलेगा कि इनमें से कई विस्थापित लोगों के पास सैकड़ों बीघा जमीन है लेकिन सीधे तौर पर इनसे यह सवाल किया जाए तो यह चुप हो जाएंगे'।
इतना ही नही इन घुसपैठियों ने बीते विधानसभा चुनाव में बटाद्रोबा विधानसभा सीट पर कब्जा जमा लिया और अब अन्य सीटों पर भी इनकी नजर है। बता दें कि बटाद्रोबा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के सिबामोनी बोरा ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और अन्य दलों के समर्थन से जीत हासिल की थी।