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सीएम केजरीवाल ने LG को लिखी चिट्ठी, कहा- दिल्ली में चुनी हुई सरकार को 2 करोड़ लोगों के लिए काम करने दीजिए

सीएम केजरीवाल ने LG को लिखी चिट्ठी, कहा- दिल्ली में चुनी हुई सरकार को 2 करोड़ लोगों के लिए काम करने दीजिए
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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल पर निशाना साधा है. केजरीवाल ने 10 मनोनीत पार्षदों को लेकर उपराज्यपाल पर सवाल उठाए और उन्हें एक चिट्ठी लिखी. उन्होंने BJP के प्रोटेम स्पीकर नियुक्ति पर सवाल उठाए. साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल पर बीजेपी के पक्ष में काम करने के आरोप लगाए.

दिल्ली में मेयर चुनाव मामले पर केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में चुनी हुई सरकार को 2 करोड़ लोगों के लिए काम करने दीजिए. संविधान को मज़बूत करने का काम कीजिए."

केजरीवाल ने कहा कि सबसे वरिष्ठ पार्षद को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है, जबकि इस मामले में भी उपराज्यपाल ने बीजेपी के पार्षद को प्रोटेम स्पीकर बनाने का काम किया है.

वही दिल्ली नगर निगम सदन में मनोनीत पार्षदों के पहले हुए शपथ के बाद हंगामे के मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संविधान का हवाला देते हुए सवाल उठाए. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, संविधान का आर्टिकल 243R मनोनीत पार्षदों को वोट करने से रोकता है और उनकी वोटिंग की कोशिश असंवैधानिक है.

बता दें कि शुक्रवार, 6 जनवरी को दिल्ली में MCD के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी. उसी दौरान सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के नेताओं में हाथापाई शुरू हो गई. लगभग 4 घंटे चले हंगामे के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया.

बता दे, उपराज्यपाल ने मेयर चुनाव के लिए बीजेपी की पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था. इससे पहले AAP ने मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव रखा था. सत्या के नाम पर आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताई. वहीं, प्रोटेम स्पीकर सत्या ने जैसे ही उपराज्यपाल के मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलानी शुरू की तो सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी.

वही अब केजरीवाल ने चिट्ठी लिखकर, उपराज्यपाल पर सवाल उठाए है. केजरीवाल ने कहा कि एक चुनी हुई सरकार इसे (प्रोटेम स्पीकर) सदन में भेजने का काम करती है, लेकिन उसे उपराज्यपाल ने खुद ही चुन लिया. केजरीवाल ने कहा, "हज कमिटी का चेयरमेन चुनी हुई सरकार तय करती है, लेकिन यहां भी उपराज्यपाल ने सरकार को बायपास करने का काम किया.

Rani Gupta

Rani Gupta

News Reporter


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