मिशन 2024 के लिए कांग्रेस- टीएमसी में घमासाम शुरू, दोनों पार्टियां एक दूसरे को दिखा रही आईना
ममता बनर्जी के कांग्रेस पर बयान के बाद भूपेश बघेल ने किया जोरदार पलटवार

मिशन 2024 के लिए अभी से विपक्षी पार्टियों ने भिड़ना शुरू कर दिया है इसी कड़ी में एक और जहां ममता बनर्जी ने कांग्रेस को नकारा पार्टी बताया है तो वहीं अब कांग्रेस की ओर से भी पलटवार की बौछार शुरू हो गई है, इसी कड़ी में ममता के कांग्रेस को ध्वस्त पार्टी वाले बयान के बाद अब कांग्रेस की ओर से भी ममता को जोरदार पलटवार दिया गया है इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल मे ममता को दिखाया आईना और कहा जो लोग अपनी खुद की सीट भी नहीं जीत सकते हैं, जो कांग्रेस के अवैध शिकार के आधार पर एक "राष्ट्रीय" विकल्प की तलाश कर रहे हैं, उन्हें बड़ी निराशा हुई है। दुर्भाग्य से, एक राष्ट्रीय विकल्प बनने के लिए गहरे और ठोस प्रयासों की आवश्यकता है और कोई त्वरित समाधान नहीं है।
वहीं भूपेश बघेल के पलटवार के बाद टीएमसी की ओर से भी कांग्रेस के बयान पर पलटवार किया गया, इस बार टीएमसी ने कांग्रेस की दुखती नस पर हाथ रखते हुए अमेठी की ऐतिहासिक हार पर तंज कसते हुए कहा कि पहली बार के सीएम से आने वाले समृद्ध शब्द। अपने वजन से ऊपर पंच करना आपके लिए सम्मान नहीं लाता है.....आलाकमान को खुश करने की घटिया कोशिश! ......क्या कांग्रेस एक और ट्विटर ट्रेंड के जरिए अमेठी की ऐतिहासिक हार को मिटाने की कोशिश करने जा रही है ।
तो भवानीपुर का रण जीतने के बाद अब ममता बनर्जी ने दिल्ली के सपने देखने शुरू कर दिए और कभी प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने की बात कहने वाली ममता ने राहुल गांधी के सपने को चकनाचूर करने का काम किया है और टीएमसी को कांग्रेस से ज्यादा प्रभावी पार्टी करार दिया हैतो वहीं टीएमसी और कांग्रेस के घमासान के बीच बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी टीएमसी को आईना दिखाने का काम किया है उन्होने कहा जो अपनी सीट नहीं जीत सकी, उसका इतना सूक्ष्म संदर्भ ममता बनर्जी के लिए नहीं है, जो एक मौजूदा मुख्यमंत्री के रूप में नंदीग्राम से भाजपा के सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ हार गईं। भाजपा के तैरने से पहले ही उनका राष्ट्रीय विकल्प डूबता हुआ देखना मनोरंजक है। जो है सामने रखो।
दरअसल राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हैं कि कांग्रेस के साथ बात न बन पाने के बाद प्रशांत किशोर पर्दे के पीछे से ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी को राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर पेश करने की तैयारी हो रही है। खुद ममता बनर्जी कई बार कह चुकी हैं कि उनका अगला लक्ष्य दिल्ली है। हाल ही में सुष्मिता देव और लुइजिन्हो फेलेरो सहित कई कांग्रेस नेता टीएमसी में शामिल हुए हैं।