पात्रा चॉल घोटाले में ED का नया खुलासा - संजय राउत ने अलीबाग में 3 करोड़ देकर खरीदे 10 प्लॉट
पात्रा चॉल घोटाले में फंसे शिवसेना के सांसद संजय राउत की मुश्किले हर-रोज बढ़ती जा रही है। एक तरफ संजय राउत की ईडी की हिरासत खत्म हो रही है। कोर्ट आज यह तय करेगी कि संजय राउत को जेल होगी या बेल। लेकिन वहीं दूसरी ओर ईडी के अधिकारियों ने इस पूरे मामले में बड़ा खुलासा किया है। ईडी के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मुंबई में दो स्थानों पर हुई छापेमारी में उन्होने महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पता चला है कि संजय राउत ने अलीबाग में 10 प्लॉट खरीदने के लिए भुगतान के रूप में 3 करोड़ रुपये कैश दिए थे। संजय राउत को ये कैश प्रवीण राउत की ओर से मिला था। ईडी के मुताबिक, प्रवीण, संजय राउत के लिए 'फ्रंटमैन' की तरह थे। वो संजय राउत को हर महीने लाखों रुपये कैश भी भेजते थे। बता दें कि प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशक और मामले में मुख्य आरोपी है।
Sanjay Raut alleged money laundering case | ED officials say they recovered important documents in their raid at 2 locations in Mumbai yesterday. Officials say they found out that Sanjay Raut paid Rs 3 crores in cash to the sellers for 10 plots of land in Alibag.
— ANI (@ANI) August 3, 2022
अलीबाग और मुंबई में फ्लैटों की खरीद में इस पैसे का इस्तेमाल हुआ था। ईडी ने सोमवार को मुंबई की धन शोधन निवारण कानून अदालत को बताया था कि उपनगर गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितता से हासिल एक करोड़ रुपये राउत और उनके परिवार को मिले हैं। बता दें कि 60 वर्षीय राउत को ईडी ने रविवार देर रात गिरफ्तार किया था। इससे पहले एजेंसी ने उनके भांडुप स्थित घर की तलाशी ली थी।वह चार अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं।
Statement of former HDIL accountant also recorded today. Apart from money transferred to Raut's account, Raut had received large amount of cash from Praveen Raut. This is the money used in purchase of flats in Alibaug & Mumbai: ED
— ANI (@ANI) August 3, 2022
ईडी के अधिकारियों ने मंगलवार को पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े मुंबई में दो परिसरों की तलाशी ली, जिसमें शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार, इन दो परिसरों में एक उस व्यक्ति का आवास शामिल है, जिसने फर्म HDIL (हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) के लिए नकद लेनदेन किया और दूसरा परिसर कंपनी से जुड़ा है और इसके नकद लेन देन को संभालता था। ईडी ने मामले में उनका बयान दर्ज किया है। ईडी उस नकदी की जांच कर रही है जो संजय राउत को प्रवीण राउत से मिली थी।
Shipra Saini
News Anchor