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भारत को छोड़कर दुनिया के ज्यादातर बड़े देशों पर पड़ेगी मंदी की मार, ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मंदी की संभावना शून्य

भारत को छोड़कर दुनिया के ज्यादातर बड़े देशों पर पड़ेगी मंदी की मार, ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मंदी की संभावना शून्य
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दुनिया के तमाम देशों में मंदी की संभावना को लेकर चिंता लगातार बढ़ रही है। लेकिन इस बीच भारत के लिए अच्छी खबर है। मंदी को लेकर भारत को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। ब्लूमबर्ग ने हाल ही में अर्थशास्त्रियों का एक सर्वे किया है। इस सर्वे में सामने आया है कि एशिया के कुछ देश मंदी की मार से जूझेगे। सर्वे में इसके पीछे यह वजह सामने आई है कि बढ़ती कीमतों की वजह से केंद्रीय बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ रही है। हालांकि, सर्वे के मुताबिक, भारत में आर्थिक मंदी की संभावना बिल्कुल शून्य है। ये रिर्पोट विपक्ष के उस दावे के बिल्कुल विपरीत है जिसमें विपक्ष ने कहा था कि भारत आने वाले समय में मंदी की मार से जूझेगा।

अब इस रिर्पोट के जरिये बीजेपी विपक्ष पर निशाना साध रही है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक के बाद एक चार ट्वीट किए है जिसमें उन्होने विपक्ष पर भी हमला बोला उन्होने लिखा है कि ब्लूमबर्ग के सर्वे के मुताबिक, भारत एकमात्र प्रमुख अर्थव्यवस्था है जिसके मंदी की चपेट में आने की शून्य संभावना है। हालांकि, अर्थव्यवस्था को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रही अर्थव्यवस्था के बारे में झूठी अफवाहें फैलाने में विपक्ष इसकी विश्वसनीयता और प्राथमिकताओं के बारे में बहुत कुछ बताता है।

वहीं ब्लूमबर्ग सर्वेक्षण की रिर्पोट को लेकर पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने मोदी सरकार पर तंज कसते ट्वीट किया लिखा कि आज की अच्छी खबर (प्रकार): प्रमुख एशियाई और एशिया प्रशांत अर्थव्यवस्थाओं में भारत की मंदी की संभावना सबसे कम है। अच्छे दिन यहाँ नहीं हैं लेकिन कम से कम हम दूसरों की तुलना में बेहतर लगते हैं! या दूसरे तरीके से कहें तो, दूसरों को हमसे भी अधिक पीड़ित होने की संभावना है! स्रोत: ब्लूमबर्ग सर्वेक्षण।

सर्वे के मुताबिक, एशिया में अगले साल सबसे ज्यादा 85 फीसदी मंदी की संभावना श्रीलंका में है। इससे पिछले साल यह संभवाना 33 फीसदी की थी। श्रीलंका में मंदी की संभावना में पिछले साल के मुकाबले सबसे ज्यादा तेज बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद लिस्ट में 33 फीसदी के साथ न्यूजीलैंड, 25 फीसदी के साथ दक्षिण अफ्रीका, 25 फीसदी के साथ जापान और 20 फीसदी के साथ चीन आता है। वहीं, हॉन्ग कॉन्ग, ताइवान, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया में भी अगले साल मंदी आने की 20 फीसदी संभावना है। दूसरी तरफ, वियतनाम और थाइलैंड में मंदी आने की संभावना 10 फीसदी है। सर्वे के मुताबिक, फिलीपींस में अगले साल मंदी आने की संभावना 8 प्रतिशत है। इंडोनेशिया में यह आंकड़ा सर्वे में शामिल अर्थशास्त्रियों के मुताबिक 3 फीसदी है।वहीं, सर्वे को देखें तो, चीन, दक्षिण कोरिया और जापान में अगले साल मंदी की संभावना में पिछले साल के कोई बदलाव नहीं हुआ है। भारत इस लिस्ट में सबसे नीचे है। हमारे देश में सर्वे के मुताबिक अगले साल मंदी आने की संभावना शून्य फीसदी है।

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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