राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर जर्मनी ने दी लोकतंत्र की दुहाई, कानून मंत्री बोले- विदेशी दबाव को बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाना ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि अब दूसरे देशो को भी परेशान कर रहा है। इस मामले में अब दूसरे देश भी अब अपनी टांग अड़ाने लगे हैं। पहले अमेरिका ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने और सजा मिलने पर प्रतिक्रिया दी थी। अब जर्मनी की सरकार ने इस मामले में लोकतंत्र की दुहाई दी है। कांग्रेस पार्टी के नेता् दिग्विजय सिंह ने जर्मनी विदेश मंत्रालय को इस समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है। वहीं बीजेपी इसे भारत का आंतरिक मामला बताकर कांग्रेस पर हमलावर नजर आ रही है।
दरअसल राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने पर अमेरिका के बाद अब जर्मनी के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि राहुल गांधी के मामले में न्यायिक स्वतंत्रता और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत लागू किए जाएंगे। जर्मनी के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि हमने भारत के विपक्षी नेता राहुल गांधी के खिलाफ फैसले और उसके बाद संसद सदस्यता खत्म किए जाने का संज्ञान लिया है। जहां तक हमारी जानकारी है, मिस्टर गांधी फैसले के खिलाफ अपील करने की स्थिति में हैं। प्रवक्ता ने कहा कि तब यह स्पष्ट होगा कि क्या यह फैसला कायम रहेगा और क्या उनकी सदस्या खत्म किए जाने का कोई आधार है।
After U.S. , Now Germany takes note of the conviction and disqualification of Rahul Gandhi-
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) March 30, 2023
"Expect that the standards of judicial independence & fundamental democratic principles will equally apply"
Rahul had earlier called for US and European intervention during his speeches… pic.twitter.com/F7j4dJXZNY
राहुल गांधी के राजनीतिक गुरु कहे जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी को परेशान कर भारत में लोकतंत्र से समझौता करने के मामले में आपने जो संज्ञान लिया है, उसके लिए आपका धन्यवाद। अब दिग्विजय सिंह के इस बयान पर सियासत और गरमा गई है।
Thank you Germany Foreign Affairs Ministry and Richard Walker @rbsw for taking note of how the Democracy is being compromised in India through persecution of @RahulGandhi https://t.co/CNy6fPkBi3
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 30, 2023
कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने जर्मनी की प्रवक्ता के बयान के मसले पर दिग्विजय के धन्यवाद को आधार बनाकर राहुल गांधी को निशाने पर लिया है। किरेन रिजिजू ने लिखा है कि विदेशी ताकतों को भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप के लिए न्योता देने पर राहुल गांधी का धन्यवाद। याद रखिए, भारतीय न्यायपालिका पर विदेशी ताकतें दबाव नहीं डाल सकतीं। हमारे पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से भारत अब विदेशी दबाव को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगा।
Thank you Rahul Gandhi for inviting foreign powers for interference into India’s internal matters. Remember, Indian Judiciary can't be influenced by foreign interference. India won't tolerate 'foreign influence' anymore because our Prime Minister is:- Shri @narendramodi Ji 🇮🇳 pic.twitter.com/क्सहज़गरजोय्तज़
खास बात ये है कि राहुल गांधी ने बीते दिनों लंदन में कहा था कि अमेरिका और यूरोप के देश खुद को लोकतंत्र का पहरेदार मानते हैं, लेकिन वे भारत में लोकतंत्र की खराब हालत पर चुप हैं। तो क्या ये माना जाए कि राहुल के उकसाने पर अब ये देश बोल रहे हैं?
Shipra Saini
News Anchor