राज्यपाल कोश्यारी ने दिए फ्लोर टेस्ट के दिए निर्देश,संजय राउत बोले - राफेल से भी तेज स्पीड़ में सरकार गिराने की हो रही है कोशिश
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 30 जून को महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। इस दौरान फ्लोर टेस्ट के जरिए उद्धव सरकार को बहुमत साबित करनी होगी।
महाराष्ट्र में जारी महासंकट के बीच कल सीएम उद्धव ठाकरे के भविष्य का फैसला होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 30 जून को फ्लोर टेस्ट के निर्देश दे दिए है। इसी फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार के बहुमत का फैसला होगा। जिसके बाद जाहिर तौर पर उद्धव सरकार के लिए मुश्किले बढ़ चुकी है। यहीं वजह है कि शिवसेना के सांसद संजय राउत की तिलमिलाहट सामने आई है। शिवसेना ने फ्लोर टेस्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari has written to state Assembly secretary to convene a special session of the State Assembly on June 30, with the only agenda of a trust vote against CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/9M5htIIE9R
— ANI (@ANI) June 29, 2022
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्देश को चुनौती देने वाली शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर उच्च न्यायालय आज शाम 5 बजे सुनवाई करेगा। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राज्य के मुख्यमंत्री को 30 जून को सदन के पटल पर बहुमत समर्थन साबित करने के निर्देष दिए थे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट को लेकर दिए गए आदेश पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी और राज्यपाल दोनो पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के इस आदेश को हम सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। राउत ने कहा कि इसे कहते हैं जेट स्पीड, ढाई साल से हमारे 12 विधायकों की फाइल राज्यपाल के पास अटकी पड़ी है। उस पर अभी तक कोई भी फैसला नहीं हुआ। जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है। राज्यपाल के आदेश के खिलाफ शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने जल्द सुनवाई की मांग की है।
संजय राउत यही नही रुके उन्होने राज्यपाल द्वारा दिए गए फ्लोर टेस्ट के आदेश को लेकर कहा कि जब 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, तो राज्यपाल फ्लोर टेस्ट का आदेश कैसे दे सकते हैं। राउत ने कहा कि ऐसा लगता है, राज्यपाल सिर्फ इसी मौके का इंतजार कर रहे थे।
हम सुप्रीम कोर्ट (महाराष्ट्र के राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाने के फैसले के खिलाफ) जाएंगे। यह एक गैरकानूनी गतिविधि है क्योंकि हमारे 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। राज्यपाल को बस इसी पल का इंतजार था: शिवसेना सांसद संजय राउत pic.twitter.com/0G63fl2n17
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16 विधायकों के अपात्रता के मामले में.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 29, 2022
दिन की कम मोहलत दी गई इसलिए कोर्ट विधायकों को 11 जुलाई तक अपना पक्ष रखने का समय देता है और राज्य विधानसभा का सत्र एक दिन में बुलाया जाता है। यह न केवल अन्याय है, बल्कि भारतीय संविधान का उपहास भी है।@PMOIndia @MamataOfficial @BSKoshyari pic.twitter.com/Eoloq6GzMo
बता दें कि महाराष्ट्र की इस सियासी उठापटक के बीच महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के विधानसभा सचिव के नाम अपने पत्र में लिखा है कि शिव सेना के 39 विधायकों ने राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार से बाहर आने का फैसंला किया है। इसके अलावा सात निर्दलीय विधायकों ने 28 जून को राजभवन को एक पत्र भेजा है, जिसमें ठाकरे सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया गया। राज्यपाल कोश्यारी ने इन हालात में फ्लोर टेस्ट जल्द से जल्द कराए जाने की जरूरत बताई है। राज्यपाल ने विधानसभा सचिव को भेजे गए पत्र में कहा है कि 28 जून को विपक्ष के नेता ने उनसे मिलकर राज्य की राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी दी और उन्होंने फ्लोर टेस्ट जल्द से जल्द कराए जाने की मांग की ताकि राजनीतिक सौदेबाजी पर रोक लगाई जा सके।
Shipra Saini
News Anchor