शराब घोटाला मामले में सिसोदिया से HC का सख्त सवाल,आबकारी नीति इतनी ही अच्छी थी तो वापस क्यों लिया?
शराब घोटाला मामले में सिसोदिया से HC का सख्त सवाल,आबकारी नीति इतनी ही अच्छी थी तो वापस क्यों लिया?
रद्द की जा चुकी आबकारी नीति में प्रवर्तन निदेशालय की मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आप के संचार प्रभारी विजय नायर की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के वकील से यह बताने को कहा कि अगर आबकारी नीति इतनी ही अच्छी थी तो वापस क्यों लिया?न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा की एकल न्यायाधीश की पीठ ने सिसोदिया के वकील से पूछा, "आपने नीति बनाई और आप तर्क दे रहे हैं कि आपने तंत्र को सरल बनाने के लिए नीति बनाई अगर निति इतनी अच्छी थी तो उसे वापस लेने का विकल्प क्यों चुना गया?बता दे आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में सिसोदिया की जमानत याचिका उच्च न्यायालय में अब भी लंबित है.
.@ArvindKejriwal जी अब तो कोर्ट भी सवाल पूछ रहा है, अगर एक्साइज पालिसी इतनी अच्छी थी तो इसको वापस क्यों ली?? @blsanthosh pic.twitter.com/6BT87c55Wt
— Harish Khurana (@HarishKhuranna) June 2, 2023
30 मई को हाई कोर्ट ने सीबीआई मामले में सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी यह देखते हुए कि एजेंसी की "आशंका" है कि वह "बुद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।वही विजय नायर की जमानत याचिका का विरोध करते हुए, ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा, "विजय नायर एक ऐसा व्यक्ति है जो कथित तौर पर आप के लिए मीडिया और संचार से संबंधित है। कागज पर वह संचार आदि से निपट रहा है।" ... लेकिन उनकी वास्तविक भूमिका कुछ अलग थी। वह हितधारकों के साथ बातचीत कर रहे थे और पैसे की मांग कर रहे थे। यह उनकी भूमिका है। वह आप में शीर्ष स्तर के व्यक्तियों के साथ सक्रिय रूप से शामिल थे।राजू ने कहा कि नायर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी और ट्रायल कोर्ट ने "नायर के खिलाफ संज्ञान लिया था"।
Anjali Mishra
News Anchor & Reporter