Pyara Hindustan
National

भारत में पहली बार ड्रोन द्वारा दवाओं और वैक्सीन की पहली डिलीवरी की शुरूआत

स्काई एयर मोबिलिटी ने ब्लू डार्ट के साथ मेडिसिन फ्रॉम द स्काई प्रोजेक्ट के तहत तेलंगाना में दवाओं की आपूर्ति शुरू की अपनी तरह के इस पहले प्रोजेक्ट में लाइव बीवीएलओएस ड्रोन उड़ानें आयोजित की गईं

आखिरकार भारत में ड्रोन से दवाओं की आपूर्ति का काम शुरू हो ही गया। तेलंगाना की मेडिसिन फ्रॉम द स्काई प्रोजेक्ट के तहत स्काई एयर मोबिलिटी ने ब्लू डार्ट के साथ पहला बियॉन्ड विज़ुअल लाइन ऑफ साइट (बीवीएलओएस) ड्रोन ट्रायल रन 11 सितंबर, 2021 का सफलतापूर्वक संचालित किया। इस प्रोजेक्ट के तहत स्काई एयर मोबिलिटी ने ब्लू डार्ट के साथ ड्रोन के माध्यम से हैदराबाद, तेलंगाना से 75 किलोमीटर दूर विकाराबाद जिले में 9 मिनट में 3 किलोमीटर की दूरी के लिए 2-8 डिग्री पर टीके टीकों जैसी महत्वपूर्ण हेल्थकेयर सप्लाई को सफलतापूर्वक पहुंचाया गया।

श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, नागरिक उड्डयन मंत्री, श्री के.टी. रामा राव, आईटी मंत्री और श्रीमती पटलोला सबिता इंद्रा रेड्डी भी उपस्थित थे। लॉजिस्टिक सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी ने इन ट्रायल्स के लिए ड्रोन डिलीवरी टेक स्टार्टअप, स्काई एयर के साथ सहयोग किया है। ट्रायल उड़ान विकाराबाद में पुलिस परेड ग्राउंड और एक स्थानीय पीएचसी (लगभग 3 किलोमीटर की दूरी) के बीच हुई। इसका उद्देश्य यह पता लगाना था कि कैसे लाइफ सेविंग सामान जैसे रक्त, टीके और दवाएं सड़क मार्ग की तुलना में अधिक तेजी से वितरित की जा सकती हैं। बीवीएलओएस ट्रायल के बारे में बात करते हुए, स्काई एयर के सह-संस्थापक स्वपनिक जक्कमपुंडी ने कहा कि "ड्रोन ने बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट (बीवीएलओएस) मोड में उड़ान भरी। वैक्सीन की खेपों से लैस उड़ानें जमीनी स्तर से 400 मीटर की ऊंचाई पर उड़ीं और उन्होंने 3 किलोमीटर की दूरी तय की। यह अपनी तरह का पहला लाइव प्रदर्शन है जो भारत में हुआ है और हम आने वाले दिनों में 9 किलोमीटर तक बीवीएलओएस उड़ानें संचालित करेंगे।

ड्रोन ने 1.5 किलोग्राम वनज के पेलोड को 3 किमी की दूरी तक 9 मिनट के भीतर वैक्सीन पहुंचा दिया। स्काई एयर ने ब्लू डार्ट मेड एक्सप्रेस कंसोर्टियम के तहत ऐसा किया। ट्रायल 2-8 डिग्री सेल्सियस बनाए रखने वाले अत्याधुनिक टैम्परेचर कंट्रोल्ड बॉक्स का उपयोग करके किया गया था। इसके अलावा, सुरक्षा और सुरक्षित पैकेज वितरण सुनिश्चित करने के लिए लाइव पेलोड स्वास्थ्य ट्रैकिंग सिस्टम को भी उपयोग किया गया। इन परीक्षणों की सफलता से यह निश्चित है कि दूर-दराज के क्षेत्रों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति कैसे की जाती है। ये ट्रायल अक्टूबर के मध्य तक चलेगा। उनके उपयोग को आसान बनाकर और इन परीक्षणों की शुरुआत करके सरकार ने नई इनोवेशंस की शुरूआत कर दी है और ड्रोन का उपयोग जल्द ही कई क्षेत्रों में देखा जाएगा। यह तकनीक कुछ ही समय में भारत के लिए गेम चेंजर साबित होगी।

स्काई एयर के सह-संस्थापक स्वपनिक जक्कमपुंडी ने आगामी परीक्षणों के बारे में बात करते हुए कहा कि 'बीवीएलओएस ट्रायल्स अगले सप्ताहों में चर्चा का विषय बने रहेंगे और हम बेहतर बिजनेस ऑप्टिक्स लाने और ऑपरेशनल मॉल्डस को विकसित करने के लिए डेटा को और अधिक उपयोग में लाने के लिए अधिकतम बीवीएलओएस उड़ानों को पूरा करने की उम्मीद करते हैं।



Next Story