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इजरायल के हाइफा पोर्ट को भारत के अडानी ग्रुप ने खरीदा,गौतम अडानी ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की कहा- हाइफा में होने पर गर्व

इजरायल के हाइफा पोर्ट को भारत के अडानी ग्रुप ने खरीदा,गौतम अडानी ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की कहा- हाइफा में होने पर गर्व
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एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडाणी का दबदबा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बढ़ता जा रहा है। दरअसल गौतम अडानी के हाथ एक और बड़ी डील लगी है। अडानी पोर्ट्स ने इजराइल के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक हाइफा पोर्ट को खरीदने के लिए बोली जीत ली है। जिसके बाद अडानी की कंपनी अब इजराइल के प्रमुख कारोबार को टेकओवर करने जा रही है। जो भारत की सबसे बड़ी बंदरगाह ऑपरेटर है। गौतम अदाणी की कंपनी अडानी पोर्ट्स इजरायल के हैफा पोर्ट बंदरगाह को 9,500 करोड़ रुपए खरीद रही है। इसके बारे में खुद इजरायल सरकार ने ऐलान किया, जिसके बाद गौतम अदाणी ने ट्वीट करके खुशी जाहिर करते हुए जानकारी दी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजरायल का हैफा पोर्ट इजरायल के प्रमुख पोर्ट में से एक है। गौतम अदाणी के हैफा पोर्ट बंदरगाह की बोली जीतने के बाद इजराइल के वित्त मंत्री एविग्डोर लिबरमैन ने कहा हाइफा के बंदरगाह के निजीकरण से बंदरगाहों पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और जीवन यापन की लागत कम होगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अडानी पोर्ट्स और गादोट उन तीन ग्रुप में से एक हैं, जो सरकारी टेंडर में अंतिम चरण तक पहुंचे थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजरायल सरकार ने 2020 में हैफा पोर्ट के निजीकरण को मंजूरी दी, जिसमें इजराइल सरकार ने कहा था कि सरकार हैफा पोर्ट बंदरगाह को निजी हाथों में सौपने जा रही है, जिससे बंदरगाहों पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। वहीं भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने खुशी व्यक्त करते हुए जानकारी दी, भारत और इजरायल गठबंधन के लिए बड़ी खुशखबरी है। अदाणी ग्रुप हाइफा बंदरगाह की बोली जीत गई है। इसके साथ ही उन्होंने इसे ऐतिहासिक चक्र बताते हुए कहा कई भारतीय सैनिकों ने ब्रिटिश-भारतीय सेना के हिस्से के रूप में पहले वर्ल्ड - वॉर में हाइफा की लड़ाई के दौरान अंतिम बलिदान दिया था।



गौतम आडाणी ने ट्वीट करते खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया हमारे साथी गैडोट के साथ इजराइल में हाइफा बंदरगाह के निजीकरण के लिए टेंडर जीतकर खुशी हुई। यह दोनों देशों के लिए अत्यधिक सामरिक और ऐतिहासिक महत्व है! हाइफा में होने पर गर्व है, जहां भारतीयों ने 1918 में नेतृत्व किया, सैन्य इतिहास में सबसे बड़ी घुड़सवार सेना के आरोपों में से एक।

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


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