'जरंदेश्वर' चीनी मिल को लेकर कोर्ट का बड़ा फैसला, डिप्टी CM अजित पवार की फैक्ट्री की संपत्ति को ईडी ने किया जब्त
महाराष्ट्र में एक के बाद एक उद्धव ठाकरे सरकार के नेताओ के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो रहा है। इसी कड़ी में बीजेपी के नेता किरीट सोमैया ने कोरेगांव स्थित जरांदेश्वर चीनी कारखाने को लेकर बड़ा दावा किया है। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले के सिलसिले में ईडी ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के रिश्तेदारों के स्वामित्व वाली जरंदेश्वर शुगर्स फैक्ट्री को जब्त कर लिया है। सोमैया ने कहा कि अदालत ने ईडी द्वारा की गई कार्रवाई पर मुहर लगा दी है। उन्होंने यह भी मांग की कि फैक्ट्री को फिर से किसानों को सौंप दिया जाए।
किरीट सोमैया ने कहा है कि, 'अजीत पवार ने जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री में 1,200 करोड़ रुपये का घोटाला किया था। ईडी ने इस फैक्ट्री की संपत्ति को जब्त कर लिया है। कोर्ट ने अब उन्हें मंजूरी दे दी है। मैं भारत सरकार और ईडी से 27,000 किसानों को फैक्ट्री वापस करने का अनुरोध करता हूं।"
I Welcome Mumbai Court confirming attachment of ED of Jarandeshwar Sakhar Karkhana. It's ₹1200 crore scam by Ajit Pawar.
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) March 29, 2022
I request ED & Govt of India to handover this Sugar Factory to the 27000 Original Members, Farmers of the Jarandeshwar Cooperative@BJP4India @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/y0Lm9llO01
बता दे कि ईडी ने 1 जुलाई 2021 को इस पूरे मामले में कार्रवाई थी। ईडी ने जरांदेश्वर फैक्ट्री से 65.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। ईडी ने कहा था कि महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की गई है।
ED has attached assets of M/s Jarandeshwar Sahkari Sugar Karkhana (purchase price of Rs. 65,75,00,000/- in the year 2010) situated at Chimangaon, Koregaon, Satara, Maharashtra under PMLA in a case related to Maharashtra State Co-operative Bank.
— ED (@dir_ed) July 1, 2021
Shipra Saini
News Anchor