किसान आंदोलन हुआ खत्म, आंदोलनजीवि राकेश टिकैत के मंसूबो पर SKM ने फेरा पानी

तीनों केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के विरोध में दिल्ली से सटी सीमाओं पर एक साल से अधिक समय से चल रहा किसान आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा कर दी गई है। आज संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली - हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर एक अहम बैठक करने के बाद किसान आंदोलन को स्थगित करने का ऐलान कर दिया। अब 11 दिसंबर से दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर, टोल प्लाजा, देश में अलग अलग जगहो पर चल रहे धरने प्रदर्शन स्थल पूरी तरह से खाली हो जाएगे।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गई है कहा गया कि किसान आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है इसे खत्म नही किया जा रहा है। उन्होने कहा कि 15 जनवरी को SKM समीक्षा बैठक करेगा, अगर केंद्र सरकार ने बातें नहीं मानीं तो आंदोलन फिर शुरू होगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 11 दिसंबर से विजय के साथ दिल्ली बॉर्डर से किसानों का जाना शुरू हो जाएगा. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम पहले 10 तारीख से ही करना चाह रहे थे, लेकिन कल जो दुर्घटना हुई है, इसलिए हमने 11 तारीख से विजय मनाने का फैसला लिया है।
किसान नेता योगेंद्र यादव ने बताया कि 19 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था. हमने 21 नवंबर को अपनी 6 मांगों के साथ एक चिट्ठी लिखी थी. दो हफ्ते तक उस पर कोई जवाब नहीं आया। परसों (7 दिसंबर) सरकार की ओर से एक प्रस्ताव आया था जिसपर हमने कुछ बदलाव बताए थे। उसके बाद कल (8 दिसंबर) फिर एक प्रस्ताव आया और आज केंद्र सरकार के कृषि सचिव संजय अग्रवाल की ओर से चिट्ठी आई है, जिसके बाद हमने आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया है।
Protesting farmers receive a letter from Govt of India, with promises of forming a committee on MSP and withdrawing cases against them immediately
— ANI (@ANI) December 9, 2021
"As far as the matter of compensation is concerned, UP and Haryana have given in-principle consent," it reads pic.twitter.com/CpIEJGFY4p