Pyara Hindustan
National

मोदी सरकार का बड़ा फैसला नेहरू का नाम संग्रहालय से हटाया गया, भड़की कांग्रेस

मोदी सरकार का बड़ा फैसला नेहरू का नाम संग्रहालय से हटाया गया, भड़की कांग्रेस
X

मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के आधिकारिक निवास से उनका नाम हटा दिया है। अब नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) को प्रधान मंत्री संग्रहालय और सोसायटी के रूप में जाना जाएगा। लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले से कांग्रेस पार्टी भड़क गई है।

तीन मूर्ति परिसर में प्रधानमंत्री संग्रहालय के उद्घाटन के लगभग एक साल बाद भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के आधिकारिक निवास,कांग्रेस नेता का नाम परिसर से हटा दिया गया है। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी यानि NMML को अब से प्रधान मंत्री संग्रहालय और सोसायटी के नाम से जाना जाएगा।

इस फैसले के बाद कांग्रेस के नेता भड़के हुए है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर हमला बोला और लिखा कि क्षुद्रता और प्रतिशोध, तेरा नाम मोदी है। 59 से अधिक वर्षों के लिए नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) एक वैश्विक बौद्धिक लैममार्क और पुस्तकों और अभिलेखागार का खजाना घर रहा है। अब से इसे प्रधान मंत्री संग्रहालय और सोसायटी कहा जाएगा। श्री मोदी भारतीय राष्ट्र-राज्य के वास्तुकार के नाम और विरासत को विकृत, तिरस्कृत और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे। अपनी असुरक्षाओं के बोझ से दबे एक छोटे कद के व्यक्ति स्वयंभू विश्वगुरु हैं।

NMML सोसायटी की एक बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया है। इस सोसायटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक की अध्यक्षता की है। NMML सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं ,और इसके 29 सदस्यों में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण ,धर्मेंद्र प्रधान , जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर शामिल हैं।

बता दें कि 1929-30 में एडविन लुटियंस की शाही राजधानी के हिस्से के रूप में इसका निर्माण हुआ। तीन मूर्ति हाउस भारत में कमांडर-इन-चीफ का आधिकारिक निवास था। अगस्त 1948 में ये स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया, जो 27 मई, 1964 को अपनी मृत्यु तक 16 सालो तक वहाँ रहे। इसके तुरंत बाद सरकार ने फैसला किया कि तीन मूर्ति हाउस को उन्हें समर्पित किया जाना चाहिए। और घर में एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय है।

14 नवंबर, 1964 को नेहरू की 75वीं जयंती पर राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन ने तीन मूर्ति भवन राष्ट्र को समर्पित किया और नेहरू स्मारक संग्रहालय का उद्घाटन किया। दो साल बाद, संस्था के प्रबंधन के लिए NMML सोसायटी की स्थापना की गई, और तब से यही बनी हुई है।

Shipra Saini

Shipra Saini

News Anchor


Next Story