पुणे विश्वविद्यालय के सीनेट चुनाव से पहले ही MVA को लगा बड़ा झटका, BJP 6 में से 5 पदों पर निर्विरोध जीती
महाराष्ट्र में सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के सीनेट चुनाव में बीजेपी समर्थक विद्यापीठ विकास मंच ने जीत हासिल की है। चुनाव से पहले बीजेपी की छह में से पांच सीटो पर निर्विरोध जीत को लेकर महाविकास अघाड़ी ने हंगामा किया।
Kejriwal getting exposed by his own supporters pic.twitter.com/uXXuzFJDvX
— Political Kida (@PoliticalKida) November 14, 2022
छह निदेशकों के खुले समूह से डॉ राजेंद्र विखे पाटिल, डॉ. अपूर्वा हिरे, प्रो. विनायक आंबेकर, अशोक सावंत और महिला समूह में डॉ. ज्योत्सना एकबोटे निर्विरोध उम्मीदवारों में शामिल हैं। एक सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी। हालांकि उस सीट के लिए कोई उम्मीदवार नहीं था। इसलिए वह जगह खाली रह जाती है। विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार शासी निकाय का चुनाव निर्विरोध हुआ है।
पुणे यूनिवर्सिटी का चुनाव इस बार काफी चर्चा में है। क्योंकि पहली बार सीनेट के चुनाव में राजनीतिक पार्टियों ने सीधे तौर पर हिस्सा लिया है। विश्वविद्यालय छात्र राजनीति में बीजेपी के साथ महाविकास अघाड़ी का एक नया प्रयोग आकार ले चुका है। शिवसेना ठाकरे ग्रुप, एनसीपी और कांग्रेस ने सावित्रीबाई फुले प्रगति पैनल की घोषणा करने के लिए एक साथ दस उम्मीदवारों की घोषणा की है। कहा जा रहा था कि इससे चुनाव में गतिरोध बना रहेगा। हालांकि, विकास मंच ने पांच सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर बढ़त बना ली है।इस बीच यूनिवर्सिटी में अब बीजेपी और महाविकास अघाड़ी में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।
Shipra Saini
News Anchor