महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग पर NCP चीफ शरद पवार का बयान - 'यह धमकी नई नहीं सत्ता आती है और जाती है'
महाराष्ट्र में रानीतिक हलचल तेज है। लाउडस्पीकर से शुरु हुआ विवाद अब हनुमान चालीसा और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने तक पहुंच चुका है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। निर्दलीय विधायक नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक घमासान और ज्यादा तेज हो गया है। बीजेपी ने राष्ट्रपति शासन की मांग की है। जिसके बाद अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने इस मामले को लेकर जवाब दिया है।
महाविकास अघाडी सरकार में शामिल एनसीपी चीफ शरद पवार ने बीजेपी नेताओं के उस बयान का जिक्र किया जिसमें राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की बात कही जा रही है। पवार ने कहा कि, राष्ट्रपति शासन लगाने की धमकी हमेशा से दी जाती है। लेकिन इसका नतीजा कुछ नहीं निकलता है। अगर आगे चुनाव वाले हालात बनते हैं तो हाल ही में हुए कोल्हापुर उपचुनाव जैसे नतीजे देखने को मिलेंगे।
Maharashtra | The threat of the imposition of the President's rule is always made, but it has no outcome. If a poll situation arises, then the recent Kolhapur by-election result has shown what kind of result would be there: NCP chief Sharad Pawar, in Pune pic.twitter.com/sHjPhi87AL
— ANI (@ANI) April 25, 2022
शरद पवार ने आगे कहा कि, पावर आती है और जाती है। इसमें किसी भी तरह से बेचैन होने की जरूरत नहीं है. कुछ लोग बेचैन हो रहे हैं, मैं उन्हें गलत नहीं कह रहा हूं क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दावा किया गया था कि हम दोबारा सत्ता में आ रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसीलिए अब ये लोग बेचैन हैं।
Power comes and goes and there is no need to be anxious. Some people are getting anxious and I don't blame them, because before the state election (in 2019) claims were made of coming again to power but it did not happen and hence they are anxious: NCP chief Sharad Pawar, in Pune
— ANI (@ANI) April 25, 2022
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मांग की थी कि राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। इसके बाद मामला गरमा गया। महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने आरोप लगाया कि ये बीजेपी की चाल है और वो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रच रही है।
Shipra Saini
News Anchor