UCC पर PM मोदी के बयान पर विपक्षी में मची खलबली, ओवैसी बोले - ये UCC नहीं, हिन्दू सिविल कोड है
प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार मंच से यूनिफॉर्म सिविल कोड का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि भारत के संविधान में नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। अलग-अलग कानून से देश कैसे चलेगा। पीएम मोदी के इस बयान के बाद ओवैसी समेत तमाम विपक्षी दलों के नेता भड़क गए है।
AIMIM चीफ ओवैसी ने अपने बय़ान में अनुच्छेद 29 का हवाला दिया है और कहा कि प्रधानमंत्री को यह समझने की ज़रूरत है कि अनुच्छेद 29 एक मौलिक अधिकार है, मुझे लगता है प्रधानमंत्री को यह समझ नहीं आया। संविधान में धर्मनिरपेक्षता की बात है। इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है, हिंदूओं में जन्म-जन्म का साथ है। क्या आप सबको मिला देंगे? भारत की विविधता को वे एक समस्या समझते हैं।
प्रधानमंत्री को यह समझने की ज़रूरत है कि अनुच्छेद 29 एक मौलिक अधिकार है, मुझे लगता है प्रधानमंत्री को यह समझ नहीं आया। संविधान में धर्मनिरपेक्षता की बात है। इस्लाम में शादी एक कॉन्ट्रैक्ट है, हिंदूओं में जन्म-जन्म का साथ है। क्या आप सबको मिला देंगे? भारत की विविधता को वे एक… pic.twitter.com/udGQ7ZJgRS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2023
वहीं कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य आरिफ मसूद ने कहा कि प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए कि उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान की शपथ ली है। देश के सभी वर्गों को संविधान पर भरोसा है और वे इसे बदलने नहीं देंगे।
#WATCH प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए कि उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान की शपथ ली है। देश के सभी वर्गों को संविधान पर भरोसा है और वे इसे बदलने नहीं देंगे: UCC पर PM मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी… pic.twitter.com/aAynOFTFsv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2023
पीएम मोदी ने आज भोपाल में कॉमन सिविल कोड का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगो को भड़काने का काम कर रहे है। देश दो कानूनों पर कैसे चल सकता है? भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि समान नागरिक संहिता लाओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग हैं।
Shipra Saini
News Anchor