कश्मीर पर पाक ने जर्मनी के साथ मिलकर चली नई चाल, भारत का मुंहतोड़ जवाब कहा - थर्ड पार्टी की जरुरत नहीं
कश्मीर का राग अलापने वालो को एक बार फिर भारत ने करारा जवाब दिया है। भारत ने एक बार फिर दोहराया है कि कश्मीर हमारा आपसी मसला है इसमें थर्ड पार्टी का कोई रोल नहीं है। दरअसल तानाशाह हिटलर के देश जर्मनी ने पाकिस्तान के बरगलाने कश्मीर का राग अलापा। जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि उनका देश कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की भूमिका की मांग करता है। उन्होंने यह बात चंदा मांगने पहुंचे पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
लेकिन भारत ने भी जर्मनी के साथ- साथ पाकिस्तान को भी जवाब देने में देर नहीं लगाई। भारत ने ना सिर्फ कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए युनाइटेड नेशन को शामिल करने के पाकिस्तान और जर्मनी के विदेश मंत्री की सिफारिश को खारिज कर दिया। बल्कि विदेश मंत्रालय ने दो टूक कहा कि इसके बजाए पाकिस्तान आंतकवादियों से निपटने पर ध्यान देने की जरुरत है। जो लंबे समय से जम्मू कश्मीर को निशाना बना रहे है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सीधे तौर पर पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि जम्मू कश्मीर दशकों से आतंकवाद का खामियाजा भुगत रहा है और यह अब तक जारी है। बागची ने कहा कि ग्लोबल कम्युनिटी की आतंकवाद को खत्म करने की जिम्मेदारी है। भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर ने दशकों से इस तरह के आतंकवाद का खामियाजा भुगता है। यह अब तक जारी है।
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए जम्मू कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के बिना दक्षिण एशिया के अंदर शांति संभव नहीं है। उन्होंने भारत पर कश्मीर में अत्याचार करने और मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया। बिलावल भुट्टो ने 10 मिलियन यूरो का चंदा मिलने के बाद जर्मनी की विदेश मंत्री को पाकिस्तान आने का न्योता भी दिया। बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान और जर्मनी आपसी सहयोग को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस दौरान जर्मन विदेश मंत्री ने पाकिस्तान में निवेश करने की बात भी की।
Shipra Saini
News Anchor