PM मोदी की सुरक्षा चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, SC की उच्चस्तरीय समिति करेगी जांच
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान चन्नी सरकार को लगाई फटकार कहा जब आप तय ही नहीं कर पा रहे हैं कि चूक हुई है या नहीं तो कोर्ट क्यों आए हैं?

पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब की चन्नी सरकार, खालिस्तानियो- पाकिस्तानियो को बड़ा झटका देते हुए बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में SC के पूर्व जज की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय जांच समिति का आदेश दे दिया है। यानि अब पंजाब सरकार और केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति इस पूरे मामले में कोई जांच नहीं करेगी बल्कि सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति ही इस मामले की तफ्तीश में जुटेंगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस कमेटी में चंडीगढ़ के डीजीपी , एनआईए के आईजी , पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब के एडीजीपी शामिल होगे।
Supreme Court proposes to include DGP Chandigarh, IG National Investigation Agency, Registrar General of Punjab and Haryana High Court, and ADGP (security) of Punjab, in the independent committee to probe PM Modi's security breach in Punjab last week
— ANI (@ANI) January 10, २०२२
भारत के CJI एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत और हेमा कोहली की बेंच पीएम मोदी की पंजाब में सुरक्षा उल्लंघन मामले में कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को कड़ी फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जब आप तय ही नहीं कर पा रहे हैं कि चूक हुई है या नहीं तो कोर्ट क्यों आए हैं? वहीं एसजी तुषार मेहता ने कहा कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक मामले में एसपीजी एक्ट (SPG Act) और ब्लू बुक का उल्लंघन हुआ।
सुप्रीम कोर्ट में केन्द्र सरकार का पक्ष रख रहे एसजी तुषार मेहता ने पीएम की सुरक्षा में लगी सेंध मामले में सीधे तौर पर पंजाब पुलिस के डीजीपी और मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पीएम का काफिला विरोध क्षेत्र से 100 मीटर की दूरी पर पहुंच गया था। तब जाकर इसकी जानकाकरी एसपीजी को दी गई। नियमो को सख्ती से लागू नही किया गया। उन्होंने यह कहा कि काफिले को इस बात की कोई सूचना नहीं थी कि फ्लाईओवर के पास भीड़ जमा थी, जो "पूरी तरह से खुफिया विफलता" थी।
फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बेहद गंभीर और संवेदनशील मानते हुए इस मामले में जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच समिति का गठन कर दिया है। और अब यह जांच समिति ही यह तय करेगी कि यह महज अधिकारियो की लापहरवाही है या पीएम की हत्या की साजिश रची गई थी?