नीतीश के खिलाफ बेंगलुरु में लगे पोस्टर, बताया- 'अनस्टेबल पीएम कैंडिडेट', क्या है सियासी मायने ?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का महाजुटान चल रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर आज यानी मंगलवार को विपक्षी नेताओं की बैठक होगी. इसी बीच बेंगलुरु की सड़कों पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार को टारगेट करने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर्स में नीतीश को 'अनस्टेबल प्राइम मिनिस्टर उम्मीदवार' बताया गया है. इतना ही नहीं इन पोस्टर्स में बिहार में हाल ही में गिरे ब्रिज की तस्वीर भी लगाई गई है.
Karnataka | Posters and banners targetting Bihar CM Nitish Kumar were put up at Bengaluru's Chalukya Circle, Windsor manor bridge and on the Airport road near Hebbal.
— ANI (@ANI) July 18, 2023
Opposition leaders' meeting will be taking place today in Bengaluru. pic.twitter.com/QnDSaidhGM
दरअसल, नीतीश कुमार पिछले साल बीजेपी से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए थे. इसके बाद से वे बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं. उन्होंने पिछले दिनों राज्यों में जा जाकर क्षेत्रीय दलों के नेताओं से मुलाकात भी की थी. इसके बाद इसी साल जून में पटना में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी. इसमें 15 दल शामिल हुए थे. ऐसे में अब नीतीश कुमार को टारगेट करते हुए बेंगलुरु में पोस्टर लगाए गए हैं.
बताया जा रहा है कि ये पोस्टर एयरपोर्ट रोड पर विंडसर मैनर ब्रिज पर लगाए गए हैं. इनमें लिखा है कि बेंगलुरु नीतीश कुमार के लिए रेड कार्पेट बिछाता है. साथ है. साथ ही पोस्टर में ब्रिज के दोनों बार गिरने की तारीख का भी जिक्र किया गया है.
सुल्तानगंज पुल से नीतीश की तुलना क्यों?
वही इस पोस्टर को लेकर कहा जा रहा है की विपक्षी एकता के लिए 12 जून को पहली बार पटना में बैठक बुलाई गई थी, लेकिन वह तारीख फेल हो गई. बाकी वजहों में एक यह अविश्वास ही था. नीतीश से ज्यादा विश्वास कई नेताओं ने लालू प्रसाद पर किया, क्योंकि वह तमाम झंझावातों के बावजूद भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिके हुए हैं. ऐसे पोस्टरों का एक लक्ष्य नए गठबंधन के संयोजक पद से नीतीश को दूर रखने की मंशा भी हो सकती है.
Rani Gupta
News Reporter