राष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष में एकजुट होने से पहले ही पड़ी फूट, AAP , CPIM समेत कई पार्टियों ममता बनर्जी की मीटिंग में नहीं होगी शामिल
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई है। चुनाव सो पहले विपक्ष को एकजुट करने में जुटीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने के लिए उन्होंने दिल्ली में आज विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि इस बैठक से आम आदमी पार्टी, टीआरएस और बीजू जनता दल इस बैठक में शामिल नहीं होगी। इससे पहले सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा भी इस बैठक को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
TRS, AAP and now BJD have opted out of the meeting called by Mamata Banerjee to build consensus on opposition's nominee for Presidential election. Her embarrassment notwithstanding, people of Bengal, who are reeling under widespread communal violence, deserved her presence in WB.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 15, 2022
जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही इस मुद्दे पर विचार करेगी। वहीं टीआरएस भी बैठक से दूर रहेगी। इसके अलावा ओडिशा की बीजू जनता दल भी किनारा कर सकती है। चुनाव आयोग की ओर से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक,18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।
Big Breaking: Shri Naveen Patnaik-led BJD will not attend the Opposition meet called for Presidential elections in Delhi today.
— Rajgopal (@rajgopal88) June 15, 2022
BJD & TRS won't attend meeting called by Mamata Banerjee to discuss joint opposition president candidate.
— Times Algebra (@AnkitIndiaReal) June 15, 2022
YSRC is not even invited.😂🤣
दरअसल बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शनिवार को के चंद्रशेखर राव (टीआरएस), अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान (आप), नवीन पटनायक (बीजद), पिनाराई विजयन (सीपीएम), हेमंत सोरेन (झामुमो), एम के स्टालिन (डीएमके) और उद्धव ठाकरे (शिवसेना के नेतृत्व वाले एमवीए) जैसे आठ गैर-कांग्रेसी विपक्षी मुख्यमंत्रियों सहित 19 राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया। टीएमसी ने राष्ट्रीय राजधानी में आगामी राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में इन्हें शामिल होने के लिए कहा।
वहीं इस मीटिंग से पहले ममता बनर्जी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बारे में बताते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि हमने शरद पवार को संयुक्त उम्मीदवार बनने के लिए मनाया, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। ममता के साथ येचुरी, डी राजा और प्रफुल्ल पटेल और पीसी चाको ने भी पवार से मुलाकात की। वहीं कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला बैठक में हिस्सा लेंगे।
शरद पवार के मना करने के बाद राष्ट्रपति चुनाव के लिए एकजुट लड़ाई पेश करने के लिए विपक्ष पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के संपर्क में है। सूत्रों के मुताबिक विपक्ष के कुछ नेताओं ने इस संबंध में गांधी से फोन पर बात भी की है। 2017 में पूरा विपक्ष उपराष्ट्रपति के लिए गांधी के नाम पर सहमति जता चुका है, लेकिन तब एम वेंकैया नायडू जीतकर उपराष्ट्रपति बने थे।बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होंगे और नतीजे 21 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।
Shipra Saini
News Anchor