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मंत्री पार्थ चटर्जी की एक और करीबी मोनालिसा दास पर कसेगा ED का शिकंजा, शिक्षक घोटाला को लेकर मिले अहम सबूत, केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा- बंगाल में जनता के पैसे को भ्रष्टाचार की बली चढ़ाई जा रही है

मंत्री पार्थ चटर्जी की एक और करीबी मोनालिसा दास पर कसेगा ED का शिकंजा, शिक्षक घोटाला को लेकर मिले अहम सबूत, केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा- बंगाल में जनता के पैसे को भ्रष्टाचार की बली चढ़ाई जा रही है
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पश्चिम बंगाल से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. राजधानी कोलकाता में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती अनियमितता घोटाला मामले में पार्थ और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर पर करीब 26 घंटे की छापेमारी की और आज मंत्री की गिरफ्तारी हुई. इस मामले में अर्पिता के बाद अब पार्थ की एक और करीबी मोनालिसा दास का नाम सामने आया है. कहा जा रहा है कि मोनालिसा 10 फ्लैटों की 'मालिक' है.

बता दें, ईडी ने छापेमारी के दौरान अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ रुपए बरामद किए हैं. इसके बाद शाम होते होते इस मामले में एक और नाम सामने आया. अब मोनालिसा दास को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, मोनालिसा को भी पार्थ चटर्जी की करीबी के रूप में जाना जाता है. ईडी ने मोनालिसा के नाम पर कम से कम 10 फ्लैटों का पता लगाया है. उन्होंने साल 2014 में आसनसोल में काजी नजरूल विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया था और वर्तमान में उसी विश्वविद्यालय में बंगाली विभाग की प्रमुख हैं.

सूत्रों के मुताबिक, मोनालिसा की प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. उन्हें कथित तौर पर प्रभाव के माध्यम से नौकरी मिलने का आरोप लगाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इनकी नियुक्ति के पीछे पार्थ चटर्जी की विशेष भूमिका थी. वर्तमान में काजी नजरूल विश्वविद्यालय की वेबसाइट देखने पर पता चला कि मोनालिसा दास बंगाली विभाग की प्रमुख हैं. मोनालिसा दास को शिक्षिका बताया जा रहा है और इनका घर शांतिनिकेतन में है.

वही पश्चिम बंगाल SSC घोटाले पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत की मान्यता विश्व पटल पर उजागर हो रही है और ये इस बात का प्रमाण है कि बंगाल में किस तरीके से जनता के पैसे को भ्रष्टाचार की बली चढ़ाई जा रही है"

वही पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी तंज कसते हुए कहा, "जांच में उनके घर से 21 करोड़ रुपए मिलते हैं, वे गिरफ्तार होते हैं, वे मंत्री पद में हैं ये ही बंगाल की आज की स्थिति को दर्शाती है।"

साथ ही ममता सरकार पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "कल एक दृश्य देखा गया कि पश्चिम बंगाल के एक मंत्री के करीबी दोस्त के घर से 21 करोड़ रुपये नगद और सोना ED ने बरामद किया है। इस व्यक्ति की वहां की मुख्यमंत्री ममता जी ने काफी बार प्रशंसा भी की है। कल तक ये पता नहीं था कि अच्छा काम क्या था? ED और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति को मुख्यधारा में वापस लाया गया है। हम उन नेताओं के पाखंड को बेनकाब करना चाहते हैं जो जांच एजेंसियों को डराने और जांच की प्रक्रिया को पटरी से उतारने की पूरी कोशिश करते हैं।"

हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि पार्थ चटर्जी के साथ उनके रिश्ते अब कैसे हैं, लेकिन एक साधारण प्रोफेसर के नाम इतने फ्लैट कैसे हो गए? यह सवाल उठ रहे हैं.इस मामले में ईडी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अर्पिता मुखर्जी और मोनालिसा दास के पास इतनी बड़ी संपत्ति कहां से आई.इसके पीछे पार्थ चटर्जी की भूमिका है या नहीं? और अगर ऐसा है तो इसमें पार्थ की भूमिका कितनी मजबूत है?

Rani Gupta

Rani Gupta

News Reporter


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