राहुल गांधी ने फिर किया सेना का अपमान, कहा - 4 साल बाद युवाओं को जूते मारकर सेना से निकाल दिया जाएगा
कांग्रेस पार्टी और उनके नेता मोदी विरोध में सेना का अपमान करने से भी नहीं चूकते है। फिर चाहे वह राहुल गांधी हो या कांग्रेस पार्टी का कोई ओर नेता लगातार सेना का अपमान किया है। अब एक बार फिर राहुल गांधी ने सेना को लेकर अपमानजनक बयान दिया है। यूपी के शामली में राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गाँधी ने सेना में अग्निवीरों की भर्ती को लेकर विवादित टिप्पणी की। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि 'सरकार 4 साल बाद जूते मारकर युवाओं को सेना से निकालकर बेरोजगार कर देगी।'
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि "युवाओं के लिए सेना में जाने के लिए एक रास्ता था। युवा रोज सुबह सेना के सहारे देश सेवा का सपना देखता था। 15 साल की सर्विस के बाद उसे पेंशन मिलती थी, लेकिन मोदी सरकार ने इसे बंद कर दिया और कहा 6 महीने ट्रेनिंग करो बंदूक पकड़ो फिर जूता मारकर बाहर निकाल देंगे।'गांधी ने कहा, "मोदी सरकार ने विरोध करने वालों को धमकाया और उन्हें चुप कर दिया।"
राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद ने कहा कि सेना का अपमान आजकल राहुल गांधी और कांग्रेस की पहचान बन गया है। इसी एक लंबी शृंखला है कि किस प्रकार इन लोगों ने सड़क का गुंडा से लेकर चीन ने सेना की पिटाई कर दी जैसे बयान देकर सेना का अपमान करने की कोशिश की। उन्होंने अपने शासन काल में सेना की मजबूती और सम्मान के लिए कभी OROP, नेशनल वॉर मेमोरियल जैसी चीजें नहीं की, ना ही राफेल और बुलेप्रूफ जैकेट खरीदे। ये सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट का सबूत मांगते हैं और पुलवामा का दोष भारत पर डाल देते हैं, यही इनका चरित्र है।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि सबसे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि मोदी विरोध करते करते राहुल गांधी सेना का विरोध करने लगते हैं। क्या सेना ने गलवान और तवांग में पराक्रम नहीं दिखाया? इस पर राहुल गांधी ने कहा चीन ने सेना की पिटाई कर दी, ये कहना गलत है या नहीं।
Shipra Saini
News Anchor