राकेश टिकैत के गांव में बीजेपी को जमकर मिले वोट, केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने दिया जवाब - 'कोको को हऊ खा गया'
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे कई मायनो में बेहद दिलचस्प रहे। जहां चुनाव प्रचार के दौरान किसानो से लेकर महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दो पर विपक्ष ने बीजेपी को घेरा लेकिन उसका कहीं कोई असर देखने को नहीं मिला। बीजेपी की जीत ने ना सिर्फ विपक्ष को परेशान किया बल्कि राकेश टिकैत को भी मुश्किल में डाल दिया है।
राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने की तैयारी की थी लेकिन यूपी में तो दूर टिकैत अपने गांव सिसौली में भी अपनी ताकत को नहीं दिखा पाई। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की राजधानी सिसौली में बीजेपी को खूब वोट मिले हैं। सिसौली भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत का गांव है। दिलचस्प बात यह है कि कस्बे की पट्टी लेपरान के बूथ संख्या-168 पर भाजपा को 521 और रालोद को सिर्फ 185 वोट मिले। अंबेडकर भवन के बूथ पर भाजपा को 297 और गठबंधन के राजपाल बालियान को 178 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
राकेश टिकैत काग़ज़ी भी नहीं सोशल मीडिया द्वारा बनाए आभासी शेर हैं जो उ.प्र. चुनाव में बुरी तरह ढेर हो चुके हैं। जनता को बरगलाने के लिए घृणाजीवियों का हथियार बनकर सामने आए टिकैत पंचायत चुनाव न जीत सकते। टिकैत के बूथ पर भाजपा को 521 और रालोद को 185 वोट मिले हैं।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) March 12, 2022
हालाकि मुज्जफरनगर जिले की बुढ़ाना विधानसभा सीट पर रालोद के उम्मीदवार राजपाल बालियान को ३४०० और बीजेपी के उमेश मलिक को सिसौली में 3171 वोट ही हासिल हो सके। सिर्फ 229 वोट से भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा।
चुनाव नतीजे आने के बाद राकेश टिकैत को केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अपने उसी देसी अंदाज में करारा जवाब दिया उन्होने कहा कि - 'कोको को हऊ खा गया'। दरअसल मतदान के दिन भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा था कि भाजपा की वोट कोक्को ले गई है, लेकिन टिकैत के गांव में सिर्फ 229 वोट का अंतर रहा। इससे पहले 2017 और 2019 में भी यहां भाजपा का दबदबा रहा था।
Shipra Saini
News Anchor