देशद्रोही संगठन वाले बयान पर RSS ने राहुल गाँधी को दिया करारा जवाब, कहा- 'आजादी के अमृत महोत्सव' पर न करें राजनीति
देश आजादी के 75 वर्ष मना रहा है और इसको लेकर हर तरफ जश्न का माहौल है . साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की है की सभी लोग अपनी डीपी में तिरंगा लगाये, लेकिन विपक्षियों ने इस पर भी राजनीती करना शुरू कर दिया है और कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के साथ अपने सोशल मिडिया की प्रोफाइल पिक्चर चेंज की है . साथ ही राहुल गाँधी ने सीधे तौर पर बिना नाम लिए RRS को देशद्रोही संगठन बता दिया तो वही RRS ने भी राहुल गाँधी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा की देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है इस पर राजनीती न करे .
बता दे, राहुल गांधी के ट्वीट पर आरएसएस के सुनील आंबेकर ने करारा जवाब दिया है उन्होंने कहा, "आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश के लिए है। आरएसएस ने केंद्र, राज्य सरकारों, या किसी अन्य संगठन द्वारा ऐसे सभी कार्यक्रमों के लिए समर्थन और भागीदारी की घोषणा की। आजादी का अमृत महोत्सव पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि जश्न पर ध्यान देना चाहिए"
Azadi Ka Amrit Mahotsav is for entire country. RSS announced its support for&participation in all such programs by Centre,State Govts, or any other org. There should be no politics on Azadi Ka Amrit Mahotsav; should focus on celebration: Sunil Ambekar, RSS on Rahul Gandhi's tweet pic.twitter.com/5LdfYmYiiM
— ANI (@ANI) August 4, 2022
दरअसल राहुल गाँधी ने ट्वीट करते हुए लिखा था की कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के सभी साथियों से मिलकर बहुत खुशी हुई। इतिहास गवाह है, 'हर घर तिरंगा' मुहीम चलाने वाले, उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया। आज़ादी की लड़ाई से, ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे।"
कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के सभी साथियों से मिलकर बहुत खुशी हुई।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 3, 2022
इतिहास गवाह है, 'हर घर तिरंगा' मुहीम चलाने वाले, उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया।
आज़ादी की लड़ाई से, ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे। pic.twitter.com/tp2fjLki75
साथ ही लोगो ने सोशल मिडिया पर जमकर राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी को ट्रोल करना शुरू कर दिया और तमाम लोगो ने इस पर अपने रिएक्शंस भी दिए है . वही AK सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, "झूठ बोलते हुए थोड़ी सी भी शर्म नहीं आती? जनता को गुमराह करने की नीयत से हमेशा भ्रामक बयान देते हो. ये निहायत ही निंदनीय और शर्मनाक है. भारतीय संविधान में कहा गया था कि आम जनता अपने घर, अपने ऑफिस, अपने संगठन के कार्यालय या संगठन के मुख्यालय आदि पर तिरंगा झंडा नहीं फहरा सकती है."
झूठ बोलते हुए थोड़ी सी भी शर्म नहीं आती?
— A K Sinha (@aksinhaak) August 3, 2022
जनता को गुमराह करने की नीयत से हमेशा भ्रामक बयान देते हो.
ये निहायत ही निंदनीय और शर्मनाक है.
भारतीय संविधान में कहा गया था कि आम जनता अपने घर, अपने ऑफिस, अपने संगठन के कार्यालय या संगठन के मुख्यालय आदि पर तिरंगा झंडा नहीं फहरा सकती है. pic.twitter.com/O1zDdpGFNQ
एक ट्वीटर यूजर लिखते है, "PM ने "हर घर तिंरगा" आभियान चलाया है, "हर घर नेहरू" नहीं।"
PM ने "हर घर तिंरगा" आभियान
— लोकल न्यूज (@K4KANPUR22) August 4, 2022
चलाया है, "हर घर नेहरू" नहीं।😂 pic.twitter.com/W7oYdd0N1c
वही एक यूजर ने वर्तमान पीएम की एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "वर्ष 1992 में 26 जनवरी को जब नरेंद्र मोदी जी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था . राहुल गांधी आपने उस समय हाफपैंट पहनना शुरू किया था। इसलिए अपना फनी स्टेटमेंट अपने पास रखें।"
In Year 1992 on 26th January when #NarendraModiji hoisted #TirangaAtLalChowk @RahulGandhi you during the time just started wearing #Underwear from #HalfPant. So keep your funny statement with you. pic.twitter.com/mLnQj0wk1i
— Prithish 🇮🇳 (@2prithish) August 4, 2022
बता दे, श्रीनगर के लालचौक पर 29 साल यानि 26 जनवरी 1992 को पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तिरंगा फहराया था। मोदी उस वक्त जोशी की उस टीम के सदस्य थे जो घनघोर आतंकवाद के उस दौर में श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने पहुंची थी। इसके लिए दिसंबर 1991 में कन्याकुमारी से 'एकता यात्रा' की शुरुआत की गई थी, जो कई राज्यों से होते हुए कश्मीर पहुंची थी.
Rani Gupta
News Reporter