रुपया जल्द बनेगा इंटरनेशनल करेंसी, रूस ने डॉलर की जगह रुपये में सभी लेनदेन करने की बनाई योजना
भारत की करेंसी रुपया जल्द ही इंटरनेशनल करेंसी बन सकता है। दरअसल एक तरफ डॉलर की कमी से जूझ रहा श्रीलंका भारत के रुपये में कारोबार करना चाहता है। वहीं बड़ी खबर सामने आई है कि रूस और भारत ने अमेरिकी डॉलर और यूरो का इस्तेमाल बंद करने की योजना बनाई है। सभी लेनदेन अब रुपये में होंगे।
भारत और रूस विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से यह जानकारी सामने आई है कि द्विपक्षीय व्यापार निपटान के लिए डॉलर और यूरो का इस्तेमाल बंद करने की योजना है। और इस तरह के सभी लेनदेन रुपये और रूबल में करने की योजना है। रूस के विदेश मंत्रालय में भारत विभाग के प्रमुख ज़मीर काबुलोव ने रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को बताया कि राष्ट्रीय मुद्राओं में पूर्ण परिवर्तन के लिए व्यापार असंतुलन को दूर करने के लिए ये फैसला बहुत जरुरी है।
BIG NEWS :- Russia and India plan to stop the use of US dollar and the euro.
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) December 26, 2022
All transactions will be now in Rupee?. Share the tweet and Follow our handle for more news reports.
मौजूदा समय में अगर बात की जाए तो भारत आयात करता है रूस से पांच गुना अधिक वापस बेचता है। व्यापार असंतुलन को दूर करने के लिए, भारत मास्को द्वारा मांगी गई वस्तुओं की लिस्ट के आधार पर अपने निर्यात का विस्तार करेगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले महीने मास्को की यात्रा के दौरान रूसी समकक्षों के साथ भारतीय निर्यात बढ़ाने के मामले पर चर्चा की थी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, ऊर्जा आयात समेत दूसरी वस्तुओं जैसे उर्वरक, कोयला, कोकिंग कोल के बढ़ते आयात के कारण नई दिल्ली का मॉस्को के साथ व्यापार कई गुना बढ़ गया है। मुख्य रूप से भारत द्वारा रूस से तेल और उर्वरकों के बड़े पैमाने पर आयात के कारण वर्ष के दौरान द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 27 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। मास्को में भारत के राजदूत पवन कपूर ने रूस-भारत व्यापार संवाद में बोलते हुए कहा कि रूसी व्यवसायी भारत को दोनों देशों के बीच व्यापार को और अधिक संतुलित बनाने के लिए अपनी गतिविधियों के मुख्य स्रोत के रूप में देखते हैं।
Shipra Saini
News Anchor