नारायण राणे के बेटे नितेश राणे का बड़ा ख़ुलासा, कहा- शिवसेना छोड़ने के बाद पिता को खत्म करने के लिए कई बार दी गई सुपारी
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच बीजेपी विधायक और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने दावा किया कि उनके पिता को शिवसेना छोड़ने के बाद खत्म करने की योजना बनाई गई थी. नितेश राणे ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि तथाकथित शांत और सभ्य शिवसेना प्रमुख ने उनकी हत्या के लिए कई सुपारी दी गई थीं.
बता दे नितेश राणे ने ट्वीट कर लिखा, "एकनाथ शिंदे जी की तरह, शिवसेना छोड़ने पर मेरे पिता को भी खत्म करने के लिए तथाकथित शांत और सभ्य सेना प्रमुख द्वारा कई "सुपारी" दी गईं. म्याऊ म्याऊ खत्म होने दो, फिर हम रुचि के साथ "वस्त्रहरण" शुरू करेंगे."
Just like Eknath Shinde ji .. several "suparis"were given to finish my father when he left the Sena.. by the so called sober and decent Paksha Pramukh!
— nitesh rane (@NiteshNRane) July 23, 2022
Let the meow meow finish.. then we will start with the "Vastraharan" with interest 😊
वहीं, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे लगातार उद्धव ठाकरे पर हमलावर रहे. राणे केंद्र की योजना गिनाने की बजाय राणे का फोकस राज्य सरकार की कमियां गिनाते रहे. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान एक जनसभा में राणे ने कहा था उद्धव ठाकरे को लेकर कहा था, 'ये शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि हमें आजाद हुए कितने साल हो गए. अपने भाषण के दौरान उन्होंने पीछे मुड़कर अपने सहयोगी से पूछा था. अगर मैं वहा होता तो उन्हें जोरदार थप्पड़ मारता.' उनके इस बयान को लेकर महाराष्ट्र में चार अलग-अलग जगहों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी. उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी. वही नारायण राणे 2005 में शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में चले गए. इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने अपनी 'स्वाभिमान पार्टी' बनाई और इसके बाद बीजेपी में आ गए. बीते 14 सालों में बहुत कुछ बदल गया है कि लेकिन राणे और शिवसेना के बीद कटुता में कोई बदलाव नहीं आया है.
महाराष्ट्र में हुए सियासी घमासान के बाद महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई. शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली. .
Rani Gupta
News Reporter