शिवसेना में पड़ी बड़ी फूट, शिवसेना नेता रामदास कदम ने परिवहन मंत्री अनिल परब को बताया गद्दार

महाराष्ट्र में शिवसेना में बड़ी फूट के संकेत मिल रहे है। दरअसल रत्नागिरी जिले में समर्थक पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री रामदास कदम ने विरोधी रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होने परिवहन मंत्री अनिल परब को गद्दार बताते हुए कहा है कि अनिल परब ने हमारे और मेरे बेटे का राजनीतिक भविष्य खत्म करने का षडयंत्र किया साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाकर रत्नागिरी जिले में शिवसेना को खत्म करने का काम कर रहे हैं।
प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार परिषद में रामदास कदम ने अनिल परब के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि मंत्री बनने के बाद परब दापोली में एनसीपी कार्यकर्ताओं को मिला कर शिवसेना को खत्म करने का काम कर रहे हैं। वे खुद को शिवसेना प्रमुख की तरह पेश कर रहे हैं। मुझे बदनाम कर हमारा राजनीतिक अस्तित्व समाप्त करने का काम कर रहे हैं।
हालांकि कदम ने खुद को कट्टर शिवसैनिक बताते हुए कहा कि वह मरते दम तक भगवा झंडे के साथ रहेंगे। विधान परिषद का टिकट नकारे जाने के बाद पिछले दिनों शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर रामदास कदम के समर्थक पदाधिकारियों को हटा कर उनके स्थान पर नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई हैं। जिससे कदम नाराज हैं और वे इसके लिए रत्नागिरी जिले के पालक मंत्री अनिल परब को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पूर्व मंत्री कदम ने कहा कि इस बारे में उन्होंने कई पत्र शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लिखा है। अनिल परब शिवसेना के खिलाफ किस तरह का काम कर रहे हैं उस संदर्भ में सब कुछ बताया है। हमारे बेटे ने आदित्य ठाकरे और रश्मि ठाकरे को भी पूरी जानकारी दी है। हमारा बेटा योगेश कदम स्थानीय विधायक है। उसकी विधायकी खत्म करने का प्रयास भी अनिल परब कर रहे हैं।